अमेरिका के कैलीफोर्निया (California) में एक बैरीसा झील है. यह झील प्राकृतिक नहीं बल्कि इंसानों के द्वारा बनाई गई है. इस झील में एक ‘नरक का दरवाजा’ (Portal to Hell) भी बना हुआ है. कैलिफोर्निया के पूर्वी नापा घाटी में बैरीसा झील में जल स्तर बहुत अधिक हो जाने के बाद 72 फीट चौड़ा विशाल का गड्ढा फिर से खुल गया है. ‘नरक का दरवाजा’ को कुछ लोग ‘ग्लोरी होल’ (Glory Hole) भी कहते हैं. यह कभी-कभार खुलता है. जानकारी के लिए बता दें कि इस साल 13 अप्रैल के आस-पास फिर खोला गया है. इसके खुलने के बाद ही झील का पानी चकरी की तरह घूमते हुए गड्‌ढे में इस तरह समाता है कि देखने वालों की निगाहें चकरा जाया करती हैं.

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कैलीफोर्निया के पहाड़ी इलाके में नापा काउंटी में बैरीसा झील स्थित है. यह 7वीं सबसे बड़ी मानवनिर्मित झील है. यहां करीब 304 फीट ऊंचा कंक्रीट का बांध बना हुआ है. उसी के नतीजे में यह झील भी अस्तित्त्व में आई. 1953 से 1957 के बीच यह झील और बांध बनाया गया. तभी झील में अतिरिक्त पानी की निकासी के लिए इंजीनियरों ने यह ‘ग्लोरी होल’ भी बनाया. करीब 72 फीट चौड़ा है यह. और उस समय खुलता है, जब झील का पानी खतरे के निशान से ऊपर चला जाता है. अब जब झील में पानी का स्तर 4.7 मीटर से ऊपर गया तो इसे फिर से खोला गया है.

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जब भी यह नरक का दरवाजा का खुलता है. तो प्रत्येक सेकेंड झील का करीब 1,360 घन मीटर पानी निगल जाता है. उसे कहीं दूसरी जगह पहुंचा देता है.

इस नजारे को देखने के लिए हजारों लोग बैरीसा झील पहुंचते हैं. बताते है कि साल 1997 में एक महिला इसके कुछ ज्यादा पास पहुंच गई. घूमता पानी देख उसकी आंखें चकरा गई और इसी गड्‌ढे में जा समाई. उस हादसे के बाद से सुनिश्चित कर दिया गया कि लोग इसे बस, दूर से देखें. नजदीक पहुंचने की जरूरत न करें.

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बैरीसा झील में नौकायन या तैराकी करने की तो बिलकुल भी न सोचे.मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ‘ग्लोरी होल’ को लास्ट बार को 2019 में खोला गया था. तब भारी बारिश की वजह से झील का जल-स्तर काफी बढ़ गया था. वैसे, यह झील 52 अरब गैलन पानी अपने आप में रोक लेती है.

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