पाकिस्तान में बाढ़ (Pakistan floods) ने तबाही मचा रखी
है. पाकिस्तान अभी तक अपने राजनीतिक संकट से उभरा भी नहीं था कि प्रकृति ने पाकिस्तान
के लिए एक और संकट खड़ा कर दिया. पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान में तबाही का नजारा
देखने को मिल रहा है. देश में आई भीषण बाढ़ से लोग काफी परेशान हैं और कई लोगों की
जान भी जा चुकी है.

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भारी बारिश ने 3 करोड़ से अधिक लोगों को प्रभावित किया है और देश के कुछ हिस्सों में बाढ़ का कहर
अभी भी जारी है, जिसमें पाकिस्तान के कम से कम 110
जिले बाढ़ की चपेट में हैं. 10 लाख से ज्यादा घर क्षतिग्रस्त हो गए
हैं. पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कुल 72 जिलों को आपदा प्रभावित घोषित किया
गया है क्योंकि देश एक दशक से भी अधिक समय में सबसे खराब प्राकृतिक आपदा से जूझ
रहा है.

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बाढ़ का बढ़ता कहर

पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के
मुताबिक, 14 जून 2022 के बाद हुई बारिश की वजह से कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं.
इसमें अब तक 1000 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके
हैं. घायलों की संख्या भी काफी है, अब तक 1500
से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं. पिछले 24 घंटों की बात करें तो सिंध प्रांत में 76 लोग इस प्रलय के शिकार हुए, जबकि स्थानीय मीडिया द्वारा बताई गयी खबर के अनुसार पख्तूनख्वा में 31,
बलूचिस्तान में 4 और गिलगित बाल्टिस्तान में 6 लोग मारे गए. इन
सबके बीच करीब 5 लाख मवेशियों की भी मौत हो चुकी है.

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बारिश ने तोड़े सारे रिकॉर्ड

एनडीएमए के आंकड़ों पर नजर डालें तो
पाकिस्तान में 30 साल में औसतन 134 मिमी बारिश हुई है, लेकिन 2022
में अब तक 388.7 मिमी
बारिश हो चुकी है. यह पाकिस्तान में औसत वर्षा से 190.07 प्रतिशत अधिक है. बलूचिस्तान और सिंध में भी इसके आकड़े डराने वाली है.
बलूचिस्तान में 30 साल के औसत से 5 गुना ज्यादा बारिश हुई है और सिंध में 30 साल के औसत से 5.7 गुना
ज्यादा बारिश हुई है.