श्रीलंका में सरकार के खिलाफ भारी विरोध प्रदर्शन के बीच प्रधानमंत्री कार्यालय ने देश में आपातकाल लगाने की घोषणा कर दी है. राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के देश छोड़ के भाग जाने के बाद गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री कार्यालय को घेर लिया है. पुलिस और सेना प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए आंसूगैस के गोले दागने के साथ हवाई फायरिंग भी कर रही है. लेकिन प्रदर्शनकारियों पर काबू नहीं पाया जा सका है. 

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श्रीलंका के न्यूजवायर ने देश की संसद के अध्यक्ष का हवाला देते हुए बताया कि श्रीलंका के राष्ट्रपति आज 13 जुलाई अपना इस्तीफा देंगे जबकि 20 जुलाई को एक नए राष्ट्रपति का चुनाव होगा.

पीएम रनिल विक्रमसिंघे कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त

प्रधानमंत्री रनिल विक्रमसिंघे को श्रीलंका का कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया गया है. संसद के स्पीकर ने इस बात की जानकारी दी. स्पीकर के मुताबिक राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने उन्हें बताया कि श्रीलंका के संविधान के अनुच्छेद 37.1 के तहत रनिल विक्रमसिंघे को कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया गया है. 

रनिल विक्रमसिंघे के कार्यवाहक राष्ट्रपति बनने के बाद श्रीलंका में आपातकाल की घोषणा की गई है, इसके साथ ही पश्चिमी प्रांत में कर्फ्यू लगा दिया गया है. ये जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय के एक प्रवक्ता ने दी है.

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पीएम कार्यालय पर प्रदर्शनकारियों का कब्ज़ा

कोलंबो में प्रदर्शनकारियों ने श्रीलंकाई प्रधानमंत्री कार्यालय पर कब्जा कर लिया. प्रदर्शनकारी कोलंबो में श्रीलंकाई पीएम के कार्यालय भवन के परिसर में प्रवेश कर गए हैं और उन्होंने वहां से देश का झंडा लहराया. 

न्यूज चैनल पर कब्ज़ा

श्रीलंकाई मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, श्रीलंका का राष्ट्रीय टीवी चैनल रूपवाहिनी कॉरपोरेशन के प्रसारण को रोका गया. कोलंबो में प्रदर्शनकारियों से अपने परिसर के घिर जाने के बाद चैनल ने प्रसारण को रोक दिया. कई प्रदर्शनकारी ये कह रहे हैं कि अगर शाम तक राष्ट्रपति गोटाबाया और पीएम विक्रमसिंघे का इस्तीफा नहीं हुआ तो वे संसद समेत सरकारी इमारतों पर कब्जा कर लेंगे.