ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) ने गुरुवार 7 जुलाई 2022 को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. बोरिस के खिलाफ उनकी पार्टी में ही बगावत हो गई थी जिसके बाद उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा. हालांकि बोरिस जॉनसन इस पद पर तब तक बने रहेंगे जब तक देश को नया प्रधानमंत्री नहीं मिल जाता.

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आजतक की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन में प्रधानमंत्री चुनने की एक अलग और खास प्रक्रिया होती है. वहां भारत जैसी व्यवस्था नहीं है. अगर भारत में कोई प्रधानमंत्री बीच में इस्तीफा दे देता है तो पार्टी जिसे चुनती है वह प्रधानमंत्री बन जाता है. ब्रिटेन में भी ऐसा ही होता है, लेकिन चुनाव की प्रक्रिया थोड़ी अलग है.

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ब्रिटेन में क्या है चुनाव की प्रक्रिया?

1. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के इस्तीफे के बाद अब पार्टी नए नेता को चुनेगी. इसके लिए उम्मीदवार आगे आएंगे. प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी घोषित करने के लिए दो कंजर्वेटिव सांसदों से नामित होना होगा. उम्मीदवार 1, 2 या उससे ज्यादा भी हो सकते हैं.

2. इसके बाद कंजर्वेटिव सांसद वोटिंग प्रक्रिया में भाग लेंगे. सांसद एक सीक्रेट बैलट में अपने पसंद के उम्मीदवार को वोट डालेंगे. जिस उम्मीदवार को सबसे कम वोट मिलेंगे वह बाहर हो जाएगा.

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3. वोटिंग की ये प्रक्रिया तब तक चलती रहेगी जब तक 2 उम्मीदवार नहीं बच जाते. आखिर में जब दो उम्मीदवार बचेंगे तो पोस्टल बैलेट के माध्यम से कंजर्वेटिव पार्टी के सदस्य वोट डालेंगे. इसमें जिसे सबसे ज्यादा वोट मिल जाएंगे उसे नेता चुन लिया जाएगा.

4. पहले हर मंगलवार और गुरुवार को ही वोटिंग होती थी, लेकिन 21 जुलाई से संसद में गर्मी की छुट्टी शुरू हो रही है इसलिए उससे पहले ही देश का नया प्रधानमंत्री चुन लिया जाएगा.

5. हाउस ऑफ कॉमंस का नेता ही प्रधानमंत्री होता है. नया प्रधानमंत्री चाहे तो मध्यावधि चुनाव भी करा सकता है, लेकिन ये उसके विवेक पर निर्भर करता है.

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जानिए इन सब में कितना समय लगता है

ये सबकुछ उस बात पर निर्भर करता है कि प्रधानमंत्री पद के लिए कितने उम्मीदवार खड़े हैं. साल 2016 में जब डेविड कैमरून ने इस्तीफा दिया था तो उस समय थेरेसा मे को तीन हफ्तों में ही सदन का नेता चुन लिया गया था. फिर साल 2019 में बोरिस जॉनसन को नेता चुन लिया गया था, लेकिन उन्होंने 2 महीने बाद तब पद संभाला, जब थेरेसा मे ने इस्तीफा दिया.