अफगानिस्तान के मजार-ए-शरीफ (Mazar-e-Sharif) शहर में गुरुवार को एक शिया मस्जिद में हुए विस्फोट में कम से कम 20 लोग मारे गए या घायल हो गए हैं. मजार-ए-शरीफ में तालिबान कमांडर के प्रवक्ता मोहम्मद आसिफ वजेरी ने रॉयटर्स को बताया, “दूसरे जिले में एक शिया मस्जिद के अंदर विस्फोट हुआ, जिसमें 20 से अधिक लोग मारे गए और घायल हो गए.”

यह भी पढ़ें: प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा, पहले सोनिया को दिखाएंगे मास्टर प्लान

प्रांतीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के प्रवक्ता जिया जेंदानी ने बताया कि विस्फोट में लगभग पांच लोग मारे गए और 50 से अधिक घायल हो गए. अफगानिस्तान में आज कई धमाके हुए हैं. मजार-ए-शरीफ के अलावा कुंदूज, काबुल और नांगरहार में भी धमाके हुए है. इसी सप्ताह काबुल के एक स्कूल में भी धमाका हुआ था.

यह विस्फोट पश्चिमी काबुल के शिया बहुल इलाके के एक हाई स्कूल में हुए विस्फोटों के दो दिन बाद हुआ. स्कूल में हुए धमाके में कम से कम छह लोग मारे गए थे और 11 घायल हो गए थे. अफगानिस्तान में एक धार्मिक अल्पसंख्यक के रूप में रह रहे शिया समुदाय को अक्सर इस्लामिक स्टेट सहित सुन्नी आतंकवादी समूहों द्वारा निशाना बनाया जाता है.

यह भी पढ़ेंः IIT मद्रास में COVID विस्फोट, 12 लोग पाए गए कोरोना पॉजिटिव

मजार-ए-शरीफ की एक निवासी ने कहा कि वह अपनी बहन के साथ पास के बाजार में खरीदारी कर रही थीं जब उसने एक बड़ा विस्फोट सुना और मस्जिद के आसपास के इलाके से धुआं उठता देखा. 

नाम जाहिर न करने की शर्त पर महिला ने कहा, “दुकानों के शीशे टूटे हुए थे और काफी भीड़ थी और सभी इधर उधर भाग रहे थे.”

अफगानिस्तान में सरकार चला रही तालिबान का कहना है कि उन्होंने अगस्त में सत्ता संभालने के बाद से देश को सुरक्षित कर लिया है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय अधिकारियों और विश्लेषकों का कहना है कि उग्रवाद के फिर से शुरू होने का खतरा बना हुआ है और इस्लामिक स्टेट आतंकवादी समूह ने कई हमलों की जिम्मेदारी भी ली है. 

यह भी पढ़ेंः यूपी: स्वामी प्रसाद मौर्य के निजी सचिव अरमान खान गिरफ्तार हुए, जानें मामला