खेती से आमदनी बढ़ाने के लिए पारंपरिक खेती से इतर किसान अब नए प्रयोगों की तरफ बढ़ रहे हैं. इन्हीं में से एक प्रयोग है लेमनग्रास की खेती (Lemongrass Farming).आम बोलचाल की भाषा में नींबू घास कही जाने वाली ये फसल किसानों के लिए फायदे की खेती बनती जा रही है. लेमनग्रास की खूबी ये है कि इससे कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमाया जा सकता हैं और यह सूखा प्रभावित इलाकों में भी लगायी जा सकती है. आइये जानते है लेमनग्रास किस काम में आता हैं और इसकी खेती किस तरह होती है. 

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मात्र 75 पैसे में आता है एक पौधा –

गाँव कनेक्शन की रिपोर्ट के मुताबिक लेमनग्रास का एक पौधा (Lemongrass plant) केवल 75 पैसे में मिलता है. अन्य फसलों की अपेक्षा इसमें बीमारियां भी कम लगती हैं और सबसे बड़ी बात यह हैं कि इसमें कीट लगने की संभावना ना के बराबर है, इसलिए इस फसल में कीटनाशक (Insecticide) छिड़कने की जरूरत ही नहीं पड़ती. बाजार में बहुत महंगे बिकने वाले कीटनाशक की जरूरत नहीं होने से किसान के काफी पैसे बचते हैं. इसकी पत्तियां कड़वी होने की वजह से जानवर भी इसे नहीं खाते हैं तो इसकी अतिरिक्त देखभाल की भी जरूरत नहीं पड़ती है.

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लेमनग्रास लगाने का तरीका –

लेमनग्रास लगाते समय ये खास ध्यान रखा जाता है कि पौधों में पत्तियां ज्यादा से ज्यादा हो इसके लिए इसको एक-एक फीट की दूरी पर लगाया जाता है. रोपने के बाद पौधा लगभग छह महीने में तैयार हो जाता है. उसके बाद हर 70 से 80 दिनों पर इसकी कटाई कर सकते हैं. साल भर में इसकी पांच से छह बार कटाई की जा सकती है. यही कारण है कि एक बार पौधा लगाने के बाद किसान को लगभग सात साल तक दोबारा पौधा नहीं लगाना पड़ता.

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काफी महंगा बिकता है लेमनग्रास का तेल –

लेमनग्रास के पत्ते से तेल (Lemongrass oil) बनाया जाता है. वहीं इसके डंठल का भी निर्यात किया जाता है. बाजार में इसके तेल की मांग काफी ज्यादा है. दवाई बनाने के लिए कंपनियां इनकी खरीद करती हैं. वहीं इत्र, साबुन और अन्य सौंदर्य प्रसाधन बनाने में भी लेमनग्रास का उपयोग होता है. इसके तेल का इस्तेमाल सेनिटाइजर बनाने में भी होता है.

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दो लाख रुपए से अधिक होती है कमाई –

एक एकड़ में लगाए गए लेमनग्रास के पौधे तकरीबन पांच टन तक पत्तियां दे सकते हैं. पांच टन की पत्तियों से 25 लीटर तक तेल निकाला जा सकता है, इस तरह साल भर में छह कटाई से 100 से 150 लीटर तेल निकाला जा सकता है. बाजार में यह तेल 1200 से 1300 रुपये प्रति लीटर बिकता है यानी कि किसान एक लाख तक का मुनाफा आसानी से कमा सकता है.

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लेमन ग्रास की खेती में पारपंरिक खेती से अधिक कमाई होती है क्योंकि इसमें लागत कम आती है, प्रति एकड़ इससे किसान 2 लाख रुपए से अधिक की आमदनी कर सकते है.