हरिद्वार महाकुंभ में कोरोना के मामले लगातार बढ़ने के बाद निरंजनी अखाड़ा ने 16 अप्रैल को ही कुंभ मेले के समापन का ऐलान किया था. हालांकि, उसके ऐलान के बाद इसका विरोध शुरू हो गया. वहीं, जूना अखाड़ा ने भी परंपरा की बात करते हुए कुंभ को मुर्हूत पर समाप्त करने की बात कही थी. लेकिन अब जूना अखाड़ा ने महाकुंभ मेले के सामपन करने का ऐलान कर दिया है.

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जूना अखाड़ा के स्वामी अवधेशानंद ने ट्वीट कर कहा, भारत की जनता व उसकी जीवन रक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है. कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए हमने विधिवत कुंभ के आवाहित समस्त देवताओं का विसर्जन कर दिया है. जूना अखाड़ा की ओर से यह कुंभ का विधिवत विसर्जन समापन है.

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आपको बता दें, पीएम नरेंद्र मोदी ने भी कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए कुंभ को प्रतिकात्मक रखने की अपील की. पीएम ने अवधेशानंद से भी फोन पर बात की और उनसे कोरोना के हालात को लेकर बातचीत की.

पीएम मोदी ने कहा, मैंने प्रार्थना की है कि दो शाही स्नान हो चुके हैं और अब कुंभ को कोरोना के संकट के चलते प्रतीकात्मक ही रखा जाए. इससे इस संकट में लड़ाई को एक ताकत मिलेगी.

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