भारत में अब कुश्ती (Wrestling) बड़े पैमाने पर खेली जा रही है. और इस
कुश्ती जगत में एक नाम विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) का भी है जिनके पीछे कुश्ती की मजबूत विरासत है.
विनेश फोगाट ने दो ओलंपिक खेले और एक भी पदक नहीं जीत सकीं. हालांकि कॉमनवेल्थ
गेम्स में उनका रिकॉर्ड अच्छा है. उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों (Commonwealth games) में दो स्वर्ण पदक
जीते हैं. वहीं, अब उन्होंने तीसरा गोल्ड भी हासिल कर लिया है. कॉमनवेल्थ गेम 2022 में विनेश ने गोल्ड मेडल हासिल कर लिया है. ऐसे में कॉमनवेल्थ गेम में उनकी हैट्रीक गोल्ड मेडल हो गई है. विनेश ने CWG 2022 में 53 किलो भारवर्ग इवेंट के अपने आखिरी मैच में श्रीलंका की केशनी मदुरवलगे को बाय फॉल के जरिए 5-0 से मात दी और गोल्ड हासिल किया.

इसके अलावा उन्होंने एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक, 2019 में विश्व
चैंपियनशिप में कांस्य पदक और 2021 में एशियाई चैंपियन भी बानी.

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विनेश ने अपने चचेरी बहनो गीता फोगाट और बबीता कुमारी के
नक्शेकदम  पर चलते हुए कुश्ती सीखी. विनेश
के चाचा महवीर सिंह फोगट ने विनेश को बहुत कम उम्र में खेल से परिचित कराया था.

विनेश ने नौ साल की उम्र में अपने पिता को खो दिया था. उन्हें
ग्रामीणों के विरोध का भी सामना करना पड़ा, जिन्होंने कुश्ती को पुरुषों का खेल माना और महिलाओं को
अपने घरों तक सीमित रखने की कसम खाई.

जूनियर वर्ग में खेलने के बाद, विनेश ने 2014 में
राष्ट्रमंडल खेलों में 48 किग्रा वर्ग में स्वर्ण का दावा करते हुए
अपना पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय खिताब जीता. इसके बाद विनेश ने मेडल की लाइन लगा दी.
लेकिन विनेश ने इस्तांबुल में खेले गए ओलंपिक क्वालीफाइंग इवेंट को जीतकर रियो 2016 ओलंपिक का
टिकट पक्का कर लिया.

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विनेश ने रियो 2016 ओलंपिक के
क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी, लेकिन अंतिम 8 में उन्हें चीन की
सुन यानन का सामना करना पड़ा, पहली राउंड के दौरान उनका घुटना डिस्लोकेट
हो गया और देश के लिए पदक जीतने का उनका सपना अधूरा रह गया.

विनेश 2018 राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों
दोनों में स्वर्ण पदक जीता और अपने सपने को पुनर्जीवित किया. विनेश ने 2019 सीज़न के
लिए 53 किग्रा वर्ग में खेलने का फैसला किया. विनेश ने नूर-सुल्तान
में विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने से पहले एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य
पदक जीतकर अपना फॉर्म दिखाया. इस जीत के साथ उन्होंने टोक्यो 2020 ओलंपिक
में भी जगह बना ली.

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विनेश टोक्यो ओलंपिक में जाने से पहले काफी अच्छे फॉर्म से
गुजर रही थीं, उन्होंने 2021 एशियाई चैंपियनशिप में भी अपना पहला
स्वर्ण पदक जीता था. उन्होंने टोक्यो 2020 की शुरुआत 53 किग्रा
में पहली वरीयता प्राप्त स्वीडन की सोफिया मैटसन को हराकर जीत के साथ की. लेकिन
अपने अगले ही मैच में, वह बेलारूस की वैनेसा कलादज़िंस्काया से हार
गईं और टोक्यो 2020 ओलंपिक से बाहर हो गईं.

विनेश ने बाद में खुलासा किया कि वह टोक्यो 2020 के दौरान
सबसे अच्छी शारीरिक और मानसिक स्थिति में नहीं थी और इसके तुरंत बाद कोहनी की
सर्जरी हुई.