लक्ष्य सेन (Lakshya Sen) एक भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं जो कि अल्मोड़ा, उत्तराखंड से आते हैं. लक्ष्य सेन ने बहुत छोटी उम्र से बैडमिंटन खेलना शुरू कर दिया था और आज वे भारत के सबसे चर्चित और सफल बैडमिंटन खिलाड़ियों में से एक माने जाते हैं. सेन ने कई अंडर-13, अंडर-17 और अंडर-19 प्रतियोगिताओं में जीत दर्ज की है. उन्होंने साल 2016 में जूनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन कर कांस्य पदक जीता, साथ ही साल 2016 में इंडिया इंटरनेशनल सीरीज टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीतकर पुरुष एकल का खिताब जीता. लक्ष्य ने साल 2018 के यूथ ओलिंपिक्स में महज 17 साल की उम्र में सिल्वर मेडल जीता. सेन उस भारतीय टीम का भी हिस्सा थे, जिसने थॉमस कप 2022 जीता था.

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लक्ष्य सेन का जीवन परिचय

लक्ष्य सेन का जन्म 16 अगस्त 2001 को अल्मोड़ा (उत्तराखंड) में हुआ. इनके पिता का नाम धीरेन्द्रे के. सेन (DK Sen) है, जो देश के जाने-माने बैडमिंटन कोच हैं. इनकी माता का नाम निर्मला सेन है, जो एक स्कूल टीचर हैं. इनके एक बड़े भाई चिराग सेन (Chirag Sen) भी एक अंतराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं. लक्ष्य को अच्छी ट्रेनिंग देने के लिए उनका परिवार अल्मोड़ा से बेंगलूरु आकर रहने लगा और फिर यहीं बस गया.

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लक्ष्य सेन कोच और ट्रेनिंग

लक्ष्य ने अपने पिता के मार्गदर्शन में 4 साल की बहुत ही कम उम्र में बैडमिंटन सीखना शुरू कर दिया था. उन्होंने अपने कोच पिता और भाई के साथ स्टेडियम जाकर प्रशिक्षण की शुरुआत की और अपने खेल से सबको हैरान कर दिया. वह लंबे वक्त से बैंगलोर में प्रकाश पादुकोण अकादमी में प्रशिक्षण ले रहे हैं.

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लक्ष्य सेन की उपलब्धियां 

  • मात्र 11 साल की उम्र में उन्होंने इज़राइल जूनियर इंटरनेशनल बैडमिंटन टूर्नामेंट जीता.
  • 2016 में, लक्ष्य ने थाईलैंड में नंबर 1 जूनियर चैंपियन को हराकर एशियाई जूनियर चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता.
  • फरवरी 2017 में लक्ष्य सेन BWF वर्ल्ड जूनियर रैंकिंग में नंबर एक जूनियर एकल खिलाड़ी बने.
  • उन्होंने भारत अंतराष्ट्रीय श्रृंखला और युरोपियन बलगेरियाई ओपन जैसे कई खिताब अपने नाम किए.
  • वर्ष 2018 में इन्होने जकार्ता (इंडोनेशिया) में एशियाई जूनियर चैंपियनशिप में गोल्ड पदक जीता.
  • लक्ष्य सेन ने साल 2018 में युवा ओलिंपिक खेल ब्यूनस (आयर्स) में एकल वर्ग में रजत पदक हासिल किया और युवा ओलंपिक में पदक जीतने वाले पहले भारतीय शटलर बन गए.

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  • नवंबर 2019 में उन्होंने स्कॉटिश ओपन में पुरुष एकल का खिताब अपने नाम किया.
  • लक्ष्य ने वर्ष 2021 के विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक हासिल किया.
  • उन्होंने साल 2022 में इंडिया ओपन फाइनल में अपना पहला सुपर 500 खिताब जीता.
  • जर्मन ओपन सुपर 300 टूर्नामेंट, 2022 में लक्ष्य सेन ने रजत पदक अपने नाम किया.
  • लक्ष्य सेन ने मार्च 2022 में हुई ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैम्पियनशिप में रजत पदक जीतकर इतिहास रच दिया. लक्ष्य सेन इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने वाले चौथे भारतीय खिलाड़ी हैं.