सौरव घोषाल (Saurav Ghosal) एक भारतीय पेशेवर स्क्वैश (Squash) खिलाड़ी हैं. उन्होंने बहुत छोटी उम्र में स्क्वैश खेलना शुरू कर दिया था, जिसके बाद आने वाले समय में वे भारत के सबसे प्रसिद्ध और सफल स्क्वैश खिलाड़ी बनकर उभरे हैं. अगस्त 2006 में सौरव घोषाल को ‘अर्जुन पुरस्कार‘ से सम्मानित किया गया. यह पुरस्कार पाने वाले वह देश के पहले स्क्वैश खिलाड़ी हैं. सौरव घोषाल ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 (Commonwealth Games 2022) में स्क्वैश में भारत के लिए कांस्य पदक अपने नाम किया.
यह भी पढ़े: कौन हैं रेसलर दीपक पुनिया?
सौरव घोषाल का व्यक्तिगत जीवन
सौरव घोषाल का जन्म 10 अगस्त 1986 को पश्चिम बंगाल, कोलकाता (Kolkata) में हुआ था. उनके पिता का नाम आर.एन घोषाल है (Saurav Ghosal Family). सौरव ने अपने पिता के मार्गदर्शन में ही पहली बार रैकेट उठाया था. उन्होंने कलकत्ता रैकेट क्लब में स्क्वैश खेलना सीखा और लक्ष्मीपत सिंघानिया एकेडमी से पढ़ाई की है. 15 साल की उम्र में सौरव कोलकाता से चेन्नई शिफ्ट हो गए थे.
सौरव घोषाल कोच और ट्रेनिंग
स्कूली शिक्षा के बाद वह चेन्नई चले गए और सेवानिवृत्त मेजर मनियम और साइरस पोंचा द्वारा ICL स्क्वैश अकादमी में प्रशिक्षण लिया. उन्होंने मैल्कम विलस्ट्रॉप से भी प्रशिक्षण लिया हैं.
यह भी पढ़े: कौन है बी सुमित रेड्डी?
View this post on Instagram
सौरव घोषाल की उपलब्धियां
• 2004 में सौरव ब्रिटिश जूनियर ओपन अंडर-19 स्क्वैश खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बने.
• सौरव घोषाल ने एशियन गेम्स, 2006 दोहा में कांस्य पदक जीता.
• वे पहले खिलाड़ी हैं जिसने लगातार तीन साल जूनियर नेशनल चैंपियनशिप जीती है (Saurav Ghosal Achievements).
• दिसंबर 2006 में उन्होंने दोहा एशियाई खेलो में स्क्वैश में पहला पदक जीता.
• साल 2013 में सौरव घोषाल विश्व चैम्पियनशिप के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय स्क्वैश खिलाड़ी बन गए थे.
यह भी पढ़े: कौन है अश्विनी पोनप्पा?
• 2014 में उन्होंने इंचियोन में 17वें एशियाई खेलों में रजत पदक (व्यक्तिगत एकल) जीता. ऐसा करने वाले वह पहले भारतीय स्क्वैश खिलाड़ी थे.
• साल 2018 में हुए एशियाई खेलों में उन्होंने भारत की ओर से खेलते हुए कांस्य पदक हासिल किया.
• गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में उन्होंने रजत पदक जीता.
• साल 2021 में उन्होंने मलेशियन ओपन स्क्वैश चैम्पियनशिप जीती.
• साल 2022 में सौरव ने ग्लासगो में आयोजित वर्ल्ड डबल्स स्क्वैश चैम्पियनशिप में जीत हासिल की.