भविना हसमुखभाई पटेल (Bhavina Hasmukhbhai Patel) गुजरात के मेहसाणा की एक भारतीय पैराथलीट और टेबल टेनिस खिलाड़ी हैं. वह व्हीलचेयर पर खेलती है. उन्होंने टोक्यो में 2020 ग्रीष्मकालीन पैरालिंपिक में क्लास 4 टेबल टेनिस में सिल्वर मेडल जीता था. भविना पटेल कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में पदक जीतकर इतिहास रचने के लिए तैयार हैं. 

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भविना पटेल ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में कई पदक जीते हैं. वह 2011 पीटीटी थाईलैंड ओपन में व्यक्तिगत वर्ग में भारत के लिए सिल्वर मेडल जीतकर विश्व नंबर 2 रैंकिंग पर पहुंच गई थीं. अक्टूबर 2013 में पटेल ने बीजिंग में एशियाई पैरा टेबल टेनिस चैंपियनशिप में महिला एकल वर्ग क्लास-4 में सिल्वर मेडल जीता था. 2017 में भविना पटेल ने बीजिंग में आयोजित हुए एशियाई पैरा टेबल टेनिस चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. 

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क्लास 4 की श्रेणी के एथलीटों के पास बैठने का उचित संतुलन और पूरी तरह कार्यात्मक बांह और हाथ होते हैं. वह रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से में घाव या सेरेब्रल पाल्सी (मस्तिष्क पक्षाघात) के कारण अपनी शारीरिक क्षमता का पूरी तरह से इस्तेमाल नहीं कर सकते. 

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टोक्यो 2020 पैरालिंपिक में जीता था सिल्वर

टोक्यो 2020 पैरालिंपिक में वह बोरिस्लावा रैंकोविक को हराकर सेमीफाइनल में पहुंची और झोउ यिंग से गोल्ड मेडल मैच हारकर सिल्वर से संतोष किया था. उन्होंने ललन दोशी से ट्रेनिंग ली है. पटेल अहमदाबाद में कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) के साथ भी काम करती हैं. 

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अहमदाबाद स्थित एक संगठन ब्लाइंड पीपुल्स एसोसिएशन (बीपीए) ने पैरा-एथलीट भाविना पटेल को वित्तीय सहायता प्रदान की है. लक्ष्य ओलंपिक पोडियम योजना (TOPS) ने उन्हें 2020 में युवा एथलीटों को वित्तीय सहायता प्रदान करने की अपनी योजना में शामिल किया था. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, समिति ने भाविना पटेल को 7,00,000 रुपये की सहायता दी थी.