महाराष्ट्र को एकनाथ शिंदे के रूप में नया मुख्यमंत्री मिलने के एक दिन बाद पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अगर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मुझे दिया हुआ वादा निभाते तो आज राज्य में बीजेपी का मुख्यमंत्री होता.

उद्धव ठाकरे ने कहा, “ये जो कल हुआ, मैं पहले ही अमित शाह से कह रहा था कि 2.5 साल शिवसेना का मुख्यमंत्री हो और वही हुआ. पहले ही अगर ऐसा करते तो महा विकास अघाडी का जन्म ही नहीं होता.” 

उन्होंने कहा, “जिस तरह से सरकार बनी है और एक तथाकथित शिवसेना कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री बनाया गया है, मैंने अमित शाह से यही कहा था. ये सम्मानपूर्वक किया जा सकता था. शिवसेना आधिकारिक तौर पर (उस समय) आपके साथ थी. यह मुख्यमंत्री (एकनाथ शिंदे) शिवसेना के नहीं हैं.”

आरे मेट्रो शेड का मुद्दा उठाते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, “मेरा गुस्सा मुंबई के लोगों पर मत निकालो. मेट्रो शेड के प्रस्ताव में बदलाव न करें. मुंबई के पर्यावरण के साथ खिलवाड़ न करें.”

ठाकरे ने अपनी पार्टी में बगावत को लोकतंत्र का मजाक और लोगों के वोट की बर्बादी बताया. बता दें कि एकनाथ शिंदे के पास शिवसेना के 55 में से 39 विधायकों का समर्थन है, जबकि उद्धव ठाकरे खेमें में विधायकों की संख्या 15 है.

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सुप्रीम कोर्ट ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के फ्लोर टेस्ट के आदेश पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था. जिसके बाद प्रयाप्त सीटें न होने के चलते उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. 

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ठाकरे के इस्तीफे से महाराष्ट्र में नई सरकार बनी, लेकिन शिंदे का मुख्यमंत्री बनना सभी को चौंकाने वाले था. 30 जून को घटनाओं ने एक आश्चर्यजनक मोड़ लिया, एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और शिवसेना से दोगुने विधायक रखने वाली बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस उपमुख्यमंत्री बने.