भारत की महिला क्रिकेटर दीप्ति शर्मा (Deepti Sharma) ने हाल ही में इंग्लैंड (England) की बल्लेबाज को बिना गेंदबाजी किए रन आउट कर दिया, जिसके बाद से वह खूब सुर्खियां बटोर रही हैं. लॉर्ड्स (Lords) में शनिवार 24 सितंबर खेले जा रहे मैच में जब इंग्लैंड के चार्ली डीन क्रीज (Charlie Dean) से बाहर थी और वह बिना गेंद फेंके नॉन-स्ट्राइकर एंड पर रन आउट हो गई, जिसके बाद इंग्लैंड की पारी समाप्त हो गई.

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यह कोई पहला मौका नहीं है जब ऐसा हुआ हो, इससे पहले आईपीएल में भारतीय स्पिनर आर अश्विन, जिन्होंने इसी तरह इंग्लैंड के बल्लेबाज जोस बटलर को रन आउट किया था. इन सब के बिच श्रीलंका के महान स्पिनर मुथैया मुरलीधरन (Muttiah Muralitharan) ने दीप्ति शर्मा की प्रेजेंस ऑफ माइंड की प्रशंसा की और कहा कि गेंदबाज को विकेट के लिए श्रेय दिया जाना चाहिए और बहादुरी पुरस्कार दिया जाना चाहिए. हो सकता है कि उन्होंने ऐसा मजाक में कहा हो, क्योंकि गेंदबाज को रन आउट विकेटों के लिए श्रेय नहीं दिया जाता है.

मुरली ने कहा, “क्या प्रेजेंस ऑफ माइंड? कोई भी क्रिकेटर अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेल सकता अगर उसके पास प्रेजेंस ऑफ माइंड नहीं हो. मैं दीप्ति (शर्मा) की सराहना करता अगर उसने पहले नॉन-स्ट्राइकर को चेतावनी दी होती. यह तब खेल की सही भावना में होता.” आपको बता दें कि दीप्ति शर्मा ने खुद अपने बयान में कहा है कि उन्होंने इससे पहले चार्ली डीन और अंपायर को इस बारे में चेतावनी दी थी. चार्ली ने एक-दो बार नहीं बल्कि कई बार बॉल फेंकने से पहले क्रीज छोड़ दी थी.

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मुरली ने आगे कहा, हां, कानूनी तौर पर, वह (दीप्ति शर्मा) नॉन-स्ट्राइकर को रन आउट करने में सही थी, लेकिन यह कानून में है लेकिन खेल की भावना में नहीं. उन्होंने आगे कहा, “सफेद गेंद का खेल एक दबाव का खेल है और एक तंग स्थिति में नॉन-स्ट्राइकर जल्दी क्रीज छोड़ सकता है और यदि नॉन-स्ट्राइकर द्वारा यह कार्य दोहराया जाता है, तो रन आउट उचित है, अन्यथा नहीं.”