कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 (Commonwealth Games 2022) में शनिवार को भारतीय महिला पहलवान पूजा गहलोत (Pooja Gehlot) ने कुश्ती में देश को सातवां पदक दिलाया. पूजा ने महिलाओं की फ्रीस्टाइल 50 किलो वर्ग में ब्राॅन्ज मेडल जीता. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पूजा गहलोत ने स्कॉटलैंड की क्रिस्टिले लेमोफैक को 12-2 से हराया. पूजा गहलोत का राष्ट्रमंडल खेलों में ये पहला पदक हैं. उन्होंने साल 2019 में अंडर-23 चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल हासिल किया था.

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बता दें कि पूजा गहलोत (Pooja Gehlot) का जन्म 15 मार्च 1997 को नरेला, नई दिल्ली में हुआ था. उनके पिता का नाम विजेंद्र सिंह और मां का नाम जगवंती देवी है. पूजा गहलोत के कुल 3 भाई-बहन हैं, दो भाइयों का नाम अंकित गहलावत और पुष्पेंद्र गहलावत और एक बहन का नाम प्रियंका गहलावत है. पूजा गहलोत के चाचा धर्मवीर सिंह एक प्रसिद्ध भारतीय पहलवान हैं, जिन्होंने कुश्ती के शुरुआती दिनों में पूजा को प्रशिक्षण दिया है. कुश्ती खिलाड़ी गीता और बबीता फोगाट उनकी चचेरी बहनें हैं. पूजा गहलोत ने अपनी शुरूआती शिक्षा दिल्ली में की है और लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी से BE.PED की पढ़ाई की है.

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पूजा (Pooja) ने 6 साल की उम्र में कुश्ती खेलना शुरू कर दिया था लेकिन पिता के मना करने पर उन्होंने इसे छोड़ दिया और वॉलीबॉल खेलने लगी. बाद में, उन्हें अपनी बहनों गीता और बबीता के कॉमनवेल्थ गेम्स में मेदक जीतने से प्रेरणा मिली और उन्होंने फिर से कुश्ती खेलना शुरू कर दिया. पूजा गहलोत ने सबसे पहले दिल्ली में फिर अपने चाचा धर्मवीर सिंह से कुश्ती का शुरूआती प्रशिक्षण लिया है. वह भारतीय पहलवान योगेश्वर दत्त को अपना गुरु मानती हैं.