अंजीर का सेवन हमारे शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है. अंजीर के अंदर विटामिन (Vitamin), मिनरल, ओमेगा 3, ओमेगा 6 समेत कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं. एनडीटीवी इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, अंजीर हमारे दिल की सेहत के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. इसका सेवन करके आप अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत बना सकते हैं. चलो ये तो बात हो गई इसके स्वास्थ्य लाभ की. चलिए अब आपको इसके इतिहास के बारे में बताते हैं कि आखिर ये फल कहां से आया और कितने साल पुराना है.

यह भी पढ़ें: Vastu Tips: घर में रख लें यह कछुआ, सुख समृद्धि आगमन के साथ होगी धन की बारिश

अंजीर से जुड़ी कुछ रोचक बातें-

1. शोध के मुताबिक, अंजीर की उत्पत्ति मिडिल ईस्ट में हुई है. इसे 11 हजार साल पुराना फल माना जाता है. बता दें कि इस फल का जिक्र आयुर्वेद और धार्मिक ग्रंथों में भी मिलता है. इस फल को गूलर जाति का माना जाता है. वर्तमान समय में इसका उत्पादन सबसे ज्यादा ईरान (Iran), मध्य एशिया और अब भूमध्यसागरीय देशों में होने लगा है.

यह भी पढ़ें: दान करते समय ध्यान रखें ये खास बातें, बनी रहेगी मां लक्ष्मी की कृपा

2. अंजीर के फल की कोई सुगंध नहीं होती, लेकिन ये रसीला और गूदेदार होता है. इस फल को ताजा या सुखाकर भी खा सकते हैं. अंजीर तीन रंगों में होता है, हल्का पीला, गहरा सुनहरा और बैंगनी. इस फल को बिना छीले बीज और गूदे सहित खाया जाता है.

यह भी पढ़ें: गुरु पूर्णिमा के दिन करें ये खास उपाय, कुंडली में गुरु दोष होगा दूर

3. अंजीर के फल का जिक्र बाइबिल में भी मिलता है, जिसमें वर्णन है कि अंजीर को खाने के बाद आदम और हव्वा के अंदर शर्म के भाव आए थे जिसके बाद उन्होंने इसके पत्तों से खुद को ढक लिया था. इसके अलावा बौद्ध धर्म में भी इस फल का उल्लेख किया गया है. मान्यता है कि भगवान बुद्ध को अंजीर के पेड़ के नीचे ही ज्ञान प्राप्त हुआ था.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.)