कोरोना महामारी के दौर में डिजिटल वर्ल्ड में एक गजब की क्रांति हुई. शहर से लेकर गांव तक सभी लोग ओटीटी (OTT) प्लेटफॉर्म को इस्तेमाल में लेने लगे. मोबाइल पर ही लोग अपनी मनपसंद वेब सीरीज (Webseries), फिल्में और शो को देखने लगे. ओटीटी प्लेटफॉर्म (OTT Platform) इतना लोकप्रिय हो गया है कि लोग अब सिनेमाघर में जाने के लिए भी कई बार सोचते हैं. अब लोगों को पेन ड्राइव में मूवी लाने की आवश्यकता नहीं है. ओटीटी प्लेटफॉर्म पर कुछ समय के अंतराल में नई-नई वेब सीरीज और फिल्में रिलीज होती रहती है. ओटीटी ने कोरोना महामारी के दौरान लोगों में अपनी एक अलग जगह बना ली है. आखिर ओटीटी में ऐसा क्या है जिससे लोगों को मनोरंजन की सारी चीजें मोबाइल पर मिलने लगी है. चलिए आपको ओटीटी से जुड़ी एक-एक बात बताते हैं.

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क्या है ओटीटी?

ओटीटी की फुल फॉर्म ‘ओवर द टॉप‘ (Over The Top) होती है. ये एक ऐसा प्लेटफाॅर्म है जो कुछ और प्लेटफाॅर्म्स की मदद से मोबाइल पर ही वेब सीरीज, फिल्में और सीरियल उपलब्ध कराता है. आपको हर तरह का कंटेंट ओटीटी प्लेटफॉर्म पर आसानी से मिल जाता है. कुछ ओटीटी प्लेटफॉर्म्स ऐसे भी हैं जहां कंटेंट देखने के लिए आपको पैसों का भुगतान करना पड़ता है. वहीं कुछ ओटीटी प्लेटफॉर्म आपको फ्री में फिल्में और वेब सीरीज मुहैया कराते हैं. बता दें कि ओटीटी प्लेटफॉर्म इंटरनेट की सहायता से चलते हैं.

ओटीटी का भारत तक का सफर

एनडीटीवी इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका से ओटीटी प्लेटफॉर्म की शुरुआत हुई थी. धीरे-धीरे ये भारत पहुंचा और लोगों की लाइफ का अहम हिस्सा बन गया. भारत में सबसे पहली बार साल 2008 में ओटीटी प्लेटफॉर्म की शुरुआत हुई थी. रिलायंस एंटरटेनमेंट ने देश का पहला ओटीटी प्लेटफॉर्म Bigflix लाॅन्च किया था. फिर 2 साल बाद 2010 में Digivive ने NEXG TV नाम से ओटीटी मोबाइल ऐप लॉन्च किया. इनमें वीडियो ऑन डिमांड के साथ टीवी देखने की भी सुविधा मिली. वर्तमान समय की बात करें तो देश में कई तरह के ओटीटी प्लेटफॉर्म्स मौजूद हैं.

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जानिए ओटीटी की कमाई कैसे होती है

1. TVOD (Transactional Video On Demand)- इसमें यूजर प्लेटफॉर्म से कुछ डाउनलोड करने का पैसा देता है.

2. SVOD (Subscription Video On Demand)- इसमें यूजर महीने भर या कुछ दिन का पैसा देकर सब्सक्रिप्शन खरीदता है और अपने फेवरेट कंटेंट को एंजॉय करता है.

3. AVOD (Advertising Video On Demand) – ये बिल्कुल फ्री होता है. इसमें यूजर को कोई पैसे नहीं देने होते. हालांकि कंटेंट के बीच-बीच में कई बार प्रचार यानी एड आते हैं और इन्हें स्किप नहीं किया जा सकता. इन एड्स के लिए भी ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को मोटी रकम मिलती है.

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वेब सीरीज, फिल्म और शो की कमाई के बारे में जानें

ओटीटी प्लेटफॉर्म पर फिल्म रिलीज या स्ट्रीमिंग के लिए ओटीटी को फिल्मों के राइट्स खरीदने पड़ते हैं. इसके लिए डायरेक्टर को मोटी रकम दी जाती है. ये डील एक ही फिल्म के अलग-अलग लैंग्वेज के वर्जन के लिए अलग-अलग होती है. कुछ फिल्में ओटीटी प्लेटफॉर्म ही बनवाते हैं. इसकी भी डील की जाती है.

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लोकप्रिय ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के बारे में जानें

अगर लोकप्रिय ओटीटी प्लेटफॉर्म्स की बात करें तो इनमें नेटफ्लिक्स, अमेजॉन प्राइम वीडियो, डिज्नी प्लस हॉटस्टार, जी5, सोनी लिव, एमएक्स प्लेयर, वूट आदि नाम शामिल हैं.