हमारे जीवन में पेड़ पौधों का विशेष महत्व है. पेड़ पौधे
हमें ऑक्सीजन प्रदान करते हैं तथा हानिकारक कार्बन ऑक्साइड को ग्रहण कर वातावरण को
शुद्ध बनाते हैं. पेड़ बरसों से हमारे लिए ऑक्सीजन से लेकर खाने-पीने और हमारी रोज
की जरुरतों को पूरा करते आए हैं. ऐसे में ये सवाल उठना तो लाज़मी है कि दुनिया का
सबसे पुराना पेड़ कौन सा है और कहां पर मौजूद है. तो चलिए आपको बताते हैं इस बारे
में.

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दुनिया का सबसे पुराना पेड़ (World’s Oldest Tree)  दक्षिणी चिली (Southern Chile) के अलर्स कोस्तेरो नेशनल पार्क
(Alerce Costero National Park) में मौजूद
है. यह एक साइप्रेस ट्री (Cypress
Tree
) है. जिसे हिंदी में सनौवर कहते हैं. सबसे पुराना पेड़ कहने से मतलब
यह है कि इस पेड़ की उम्र धरती पर मौजूद सभी पेड़ों से ज्यादा है. इसलिए वैज्ञानिक
इसे ‘ग्रेट
ग्रैंडफादर’ के नाम
से भी
बुलाते हैं.

पेरिस स्थित क्लाइमेट एंड एनवायरमेंटल साइंसेस लेबोरेटरी के
इकोलॉजिस्ट जोनाथन बारिचविच ने बताया कि इस साइप्रेस ट्री की उम्र लगभग 5484 साल
हैं. हमने इसकी उम्र, आकार, फैलाव
आदि का पता कंप्यूटर मॉडल से जांचकर लगाया है. यह एक विलुप्त होती प्रजाति का पेड़
है.

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जोनाथन ने बताया कि कंप्यूटर मॉडल के जरिए हम इसके 80 फीसदी
विकास की कहानी पता कर चुके हैं. सिर्फ 20 फीसदी संभावना बनती है कि यह पेड़ बताई
गई उम्र से कम समय का हो. क्योंकि इस पेड़ का तना 4 मीटर व्यास का है. इसलिए इसके
रिंग्स की गणना कर पाना मुश्किल है. इस पेड़ ने पिछले सबसे बुजुर्ग पेड़ो का
रिकॉर्ड तोड़ते हुए दुनिया के सबसे बुजुर्ग पेड़ का दर्जा हासिल कर लिया है.

इससे पहले कैलिफोर्निया के व्हाइट माउटेंस में स्थित ब्रिस्टलकोन
पाइन
को सबसे पुराने पेड़ का दर्जा प्राप्त था. इसका नाम मेथुसेलाह (Methuselah)है . इसकी
उम्र 4853 साल है. लेकिन ग्रेट ग्रैंडफादर की उम्र 5,484 साल
बतायी जाती है. जोनाथन कहते हैं कि कुछ वैज्ञानिक इस खुलासे से इत्तेफाक नहीं रखते
लेकिन पेड़ में बिना छेद किए या काटे इसकी सही उम्र का पता लगाने का इससे सटीक
तरीका फिलहाल कोई और नहीं हो सकता.

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कोलंबिया यूनिवर्सिटी के लैबोरेट्री के डायरेक्टर ने बताया
कि अगर हम पेड़ के अंदरूनी छल्लों की गणना नहीं कर सकते तो उसकी सही उम्र का पता
लगाना मुश्किल होता है. लेकिन जोनाथन ने जिस तकनीक से इस पेड़ के उम्र की गणना की
है, वो लगभग सटीक
हो सकती है. ये बात तो तय है कि ये पेड़ 5000 साल से भी ज्यादा पुराना है.