अगर आपसे कहा जाए कि आपको चलते-चलते सोना है, तो क्या आप इस बारे में सोच पाएंगे? लेकिन दुनिया में एक ऐसा गांव है, जहां एक-दो दिन नहीं बल्कि कई हफ्तों तक सोते हैं. यही वजह है कि इस गांव को ‘स्लीपी हॉलो’ गांव के नाम से जाना जाता है. इस गांव के लोग इतना सोते हैं कि इसपर रिसर्च भी की जा चुकी है. उत्तर पश्चिम में कजाकिस्तान में स्थित इस अनोखे गांव का नाम है कलची. चलिए जानते हैं इस गांव से जुड़े कुछ अनोखे तथ्यों के बारे में.

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ऐसी थी एक अनोखी घटना

2012 के अंत में, उत्तरी कजाकिस्तान के कलाची गांव के निवासी अचानक सोने लगे थे. चूल्हे के सामने, लोग बेहोशी की हालत में हो जाते थे, लेकिन यह अजीबोगरीब बीमारी पहले गायब भी हो गई थी. इस गांव में करीब 600 लोग रहते हैं, जिसमें से 160 लोग सोते हुए ही अपना समय बिताते हैं. सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि एक बार सोने के बाद यहां के लोग अतीत में हुआ सबकुछ भूल जाते हैं.

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यूरेनियम से बनी गैस की वजह से

वैज्ञानिकों के मुताबिक इस गांव में यूरेनियम से बनी जहरीली गैस का असर बहुत ज्यादा होता है, जिससे यहां के लोग सामान्य से ज्यादा सोते हैं. एक रिसर्च से यह भी पता चला था कि यहां के पानी में कार्बन मोनोऑक्साइड गैस की मात्रा अधिक होती है, जिससे लोग महीनों तक सोते हैं.

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6 दिनों से पहले कोई नहीं उठता था

हैरान करने वाली बात यह है कि गांव के लोग सोते, बैठते, चलते-चलते कब सो जाते थे, उन्हें खुद इस बात का पता नहीं चलता था. न सिर्फ इंसान बल्कि पालतू जानवर भी इस स्थिति से गुजर रहे थे. एक रिसर्च में यह भी पता चला कि जब लोग सोते थे, तो उठने के बाद वह बीती सारी बातें भूल जाते थे.

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