Unique Village: दुनिया बहुत बड़ी है और इस दुनिया में अलग-अलग लोग रहते हैं जो अलग-अलग नियमों, रीती-रिवाजों को मानते हैं. लेकिन कभी कुछ ऐसा सुनने या फिर देखने को मिल जाता है जो हमें हैरत में डाल देता है.घडियां (Clock) तो हर किसी के घर में होती हैं और सभी इसका हर पल इस्तेमाल करते हैं लेकिन क्या आपने कभी ऐसी घड़ी के बारे में सुना है जिसके कांटे अन्य घड़ियों की अपेक्षा विपरीत दिशा में चलते हैं. और कभी आपने ऐसी शादी देखी है जिसमें दूल्हा-दुल्हन (Bride And Groom) उल्टे फेरे  लेते हों. अगर नहीं तो चलिए आज हम आपको बताते हैं इसके बारे में जिनको सुन आपको भी होगी हैरानी.

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अनोखा गांव, अनोखे नियम 

वैसे तो आपने अपनी लाइफ में कई प्रकार की घड़ियाँ देखी होंगी. लेकिन क्या आपने कभी ऐसी घड़ी देखी है जो उल्दी दिशा में चलती हो. जी हां छतीसगढ़ के एक गांव में ऐसी घड़ी होती है जो 12 बजे के बाद 1 नहीं बल्कि 11 बजाती है. यहां पर माना जा है कि आम घडियां उल्टी दिशा में चलती हैं. और तो और यहां पर शादी के समय दूल्हा-दुल्हन उल्टे फेरे लेते हैं.

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एंटी क्लॉकवाइज चलती है इस गांव की घड़ियां

छतीसगढ़ के इस गांव की घडियां एंटी क्लॉकवाइज चलती हैं. मतलब जिस प्रकार आम घड़ियां बाईं से दाएं तरफ चलती हैं, लेकिन इस गांव की घड़ियां दाएं से बाईं ओर चलती हैं. यहां रहने वाले गोंड समुदाय के लोगों का कहना है कि उनकी इस तरह चलने वाली घड़ी सही समय बताती है, और आम घड़ी गलत समय बताती है.

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इस स्पेशल घड़ी का रखा हुआ है नाम

नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, छतीसगढ़ के गावं में रहने वाले गोंड समुदाय के लोगो ने अपनी इस स्पेशल घड़ी का नाम भी रखा हुआ है. उनकी इस घड़ी का नाम गोंडवान घड़ी है. यहां के लोगो के कहना है कि, धरती दाईं से बाईं दिशा में घूमती है,और चांद -सूरज तथा तारे सभी इसी दिशा में घूमते है.

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शादी में फेरे भी होते हैं उल्टे

गोंड समुदाय के लोगों की एंटीक घड़ी की तरह यहां की शादी भी बड़ी एंटीक होती है. दरअसल इस गांव के लोग शादी में आम लोगों की तरह फेरे नहीं लेते बल्कि उल्टी दिशा में फेरे लेते हैं. उन लोगों के हिसाब से उनकी शादी में लिए गए फेरे ठीक होते हैं.

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गांव के लोग करते हैं इसकी पूजा

गोंड समुदाय के लोग महुआ और परसा जैसे पेड़ों की पूजा करते हैं. और इस पुरे गाँव में लगभग 10 हजार परिवार रहते हैं. तो है न इस गांव के नियम हैरान कर देने वाले.