हिंदू धर्म में अलग-अलग शास्त्रों को महत्वता दी गई है जिसमें आचार्य चाणक्य शास्त्र भी है और वास्तु शास्त्र भी है. हालांकि दोनों के अलग मतलब होते हैं लेकिन दोनों का उद्देश्य लोगों के जीवन और जीवनशैली को अच्छा बनाना है. वास्तु शास्त्र में घर की साज-सज्जा को लेकर कई बातें बताई गई हैं, इतना ही नहीं मकान-भवन, ऑफिस बनवाने के लिए वास्तु टिप्स के आधार पर ही चीजों को बनाया जाता है. पृथ्वी पर पॉजिटिव और निगेटिव एनर्जी को रखने और भगाने के लिए वास्तु टिप्स को फॉलो किया जाता है.

यह भी पढ़ें: पैसों की कमी दूर करना है? रख दें बस ये एक चीज, पूरा होगा अमीर बनने का सपना!

इस दिशा में भूलकर भी नहीं बनवाएं किचन या टॉयलेट? 

अगर आपके घर में भंडार ग्रह या स्टोर रूम उत्तर-पूर्व दिशा में है तो वास्तु शास्त्र के अनुसार ये गलत बना है. ये दिशा को दूषित करने का कारण होता है और इस दिशा में स्टोर रूम का निर्माण कराने से पिता-पुत्र के संबंधों में हमेशा परेशानियां बनी रहती हैं. दोनों के बीच विश्वास नहीं रहता है और दोनों एक-दूसरे को देखना भी पसंद नहीं करते हैं. स्टोर रूम के अलावा अगर आपने किचन और बाथरूम भी उत्तर-दिशा में बनवाया है तो आपके परिवार पर इसका विपरीत असर पड़ता है. पूरा परिवार किसी ना किसी वजह से परेशान सा रहने लगता है और ये आपको और भी दुख में डाल देता है.

यह भी पढ़ें: Vastu Tips: घर की इस दिशा में मनी प्लांट लगाने से होती है धन की बारिश!

वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि उत्तर-पूर्व दिशा में स्टोरी रूम, किचन और बाथरूम भूलकर भी नहीं बनवाना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि हमें अपने घर में सुकून चाहिए होता है और अगर किसी वजह से मन परेशान रहे तो घर या ऑफिस में ये बनवाने के बाद आप उसे बमुश्किल ही बदल सकते हैं. इसलिए बनवाते समय इन बातों का खास ख्याल रखना चाहिए.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.

यह भी पढ़ें: घर में इन 5 पौधों को लगाने से नहीं होती धन की कमी, होती है लक्ष्मी की कृपा