हिंदू धर्म में पूजा के दौरान दीपक जलाने का विशेष महत्व है.पौराणिक समय से ही भगवान की पूजा करते समय दीपक प्रज्वलित किया जाता है. ज्‍योतिष शास्‍त्र (Astrology) और धर्म (Religion) में कुछ ऐसे उपाय बताए गए हैं, जो आसपास की नकारात्‍मक ऊर्जा को दूर करने और सकारात्‍मक ऊर्जा का संचार करने में बहुत उपयोगी हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भगवान के अलावा कुछ धार्मिक पेड़-पौधे जैसे- तुलसी, बरगद आदि के नीचे भी दीपक जलाया जाता है.

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जी न्यूज़ के लेख के अनुसार, पूजा (Puja) के दौरान एक मुखी दीपक के अलावा पंचमुखी दीपक प्रज्वलित करने का विशेष महत्व होता है. अगर आप ये उपाय कर लिए जाएं तो जीवन की कई परेशानियों से निजात मिल जाएगी और घर में सुख-शांति, समृद्धि रहेगी, आपको कामों में सफलता हासिल और लोग आपस में प्‍यार से रहेंगे. इस लेख में हम आपको वास्‍तु दोषों को दूर करने के कुछ प्रभावी उपाय के बारे में बताएंगे.

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पंचमुखी दीपक दूर करता है नकारात्‍मक ऊर्जा

वास्‍तु शास्‍त्र में घर में दीपक जलाने का बहुत महत्‍वपूर्ण माना जाता है. इस वजह से शुभ कार्य, भगवान की पूजा-पाठ या प्रतिदिन शाम को तुलसी का संध्‍या वंदन बिना दीपक जलाए अधूरा रहता है.

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इसके अलावा रोज शाम को घर के मुख्‍य द्वार पर गाय के घी का दीपक जलाने की भी सलाह दी जाती है. प्रत्येक मंगलवार को पूजा करते समय आप घर में चिरंजीवी भगवान बजरंगबली के सामने पंचमुखी दीपक जलाएं. इसको करने से घर में सुख शांति आती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. नकारात्मकता खत्‍म हो जाती है. गाय के घी से पंचमुखी दीपक जलाने से बरकत घर में होती है और सारे वास्तु दोष दूर हो जाते है.

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जिस घर में साफ-सफाई हो, शाम के समय तुलसी जी की पूजा हो,लोग प्‍यार से रहें, घर के मुख्‍य द्वार पर उजाला हो. तो उसी घर में मां लक्ष्‍मी का वास होता है. इसलिए हर शाम को घर के मुख्‍य द्वार के दोनों ओर घी के दीपक जलाएं. इससे मां लक्ष्‍मी (Maa lakshmi) खूब धन-दौलत देंगी. प्रतिदिन सुबह नहा धोकर एक तांबे के बर्तन में ताजा जल लें, उसमें 7 तुलसी के पत्ते डालकर भगवान विष्णु की मूर्ति के पास रखें और 11 बार “ओम नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जप करें.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.

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