भारत को 1947 में आजादी मिली जिसके बाद भारत एक राजतांत्रिक देश से एक लोकतांत्रिक देश बन गया. लोकतंत्र में तो सभी बराबर होते हैं लेकिन उस
समय सभी राजाओं को भारत में शामिल करने के लिए प्रिवी पर्स (राजभत्ता) का लालच दिया गया. जिसके अनुसार राजाओं को विशेष अधिकार और समय-समय पर सरकार पैसे दिया करती थी. इस प्रिवी पर्स को 1971 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी
ने समाप्त कर दिया. जिसके साथ ही देश में राजशाही समाप्त हो गई. हालांकि, भारत के
कुछ शाही परिवार आज 21वीं सदी में भी उसी ठाठ से जी
रहे हैं. इन परिवारों को आज भी लोगों से वही सम्मान मिलता है, जो पुराने दिनों में मिला करता था. यह हैं भारत के वह शाही
परिवार, जिन्होंने अपनी पुश्तैनी संपत्ति और धन को फलते-फूलते व्यवसायों में बदल दिया है.

मेवाड़ का राजवंश

मेवाड़ राजवंश महाराणा प्रताप जैसे महान
राजाओं के लिए जाना जाता है. आज उनके वंशज उदयपुर में रहते हैं. इस परिवार के
मुखिया हिज रॉयल हाइनेस अरविंद सिंह मेवाड़ हैं. राजा होने के साथ-साथ
अरविंद सिंह एक बहुत ही सफल व्यवसायी हैं. वह
एचआरएच ग्रुप ऑफ होटल्स के प्रमुख हैं, जिसके अंतर्गत 10 से अधिक होटल हैं. वह और उनकी पत्नी महारानी विजयराज उदयपुर सिटी
पैलेस में रहते हैं, जिसका एक हिस्सा पर्यटकों के लिए भी
खुला है. लेक पैलेस, फतेह प्रकाश पैलेस, ताज ग्रुप ऑफ होटल्स
के मालिक राजा अरविंद सिंह का परिवार भारत के सबसे धनी शाही परिवारों में से है.

वाडियार राजवंश