आज के समय में लोग छोटी-छोटी बातों को दिल से लगाकर लोग परेशान से हो जाते हैं. चीजों को गहराई से सोचते हैं और उन बातों को सोचकर परेशान रहते हैं. आज के युवा चीजों को कहीं रखकर भूल जाते हैं और ना मिलने पर खूब गुस्सा करते हैं ऐसी स्थिति में उनपर गुस्सा नहीं करें बल्कि उन्हें समझें क्योंकि वे मानसिक स्तर पर परेशान हैं. अकेला रहना, चुप रहना, खुद से बातें करना, हर बात पर गुस्सा करना ये सभी मानसिक स्थित की कमजोरी के कारण होते हैं और ऐसे में वे डिप्रेस महसूस करते हैं. अगर आपके अंदर भी ये 5 लक्षण दिखते हैं तो तुरंत किसी एक्सपर्ट से बात करें.

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5 लक्षण दिखें तो हो जाएं सावधान

खुश ना रहना: अगर आप लंबे समय से डिप्रेशन में रहे हैं और हर समय आपका मन रोने का करता है तो इसका मतलब आपका मानसिक स्वास्थ्य ठीक नहीं है. अगर आप काफी लंबे समय से दुखी हैं तो यह समस्या बढ़ सकती है. ऐसी स्थिति में आपके शरीर से ऊर्जा का ज्यादा प्रवाह होगा और आपको मोटिवेशन की कमी लग सकती है और आपका मन हर समय रोने का कर सकता है.

सोने का समय ठीक नहीं: अगर आपके सोने का रूटीन ठीक नहीं है तो इससे आप काफी परेशान हो सकते हैं. इसलिए आपको अपनी मानसिक सेहत को प्राथमिकता देनी चाहिए और अगर रात को नींद नहीं आती तो डॉक्टर से सलाह लें. रात को नींद नहीं आना मतलब आप किसी बात से बेहद परेशान हैं और स्ट्रेस के कारण आपको नींद नहीं आ रही.

ज्यादा परेशान रहना: हम सभी कभी ना कभी स्ट्रेस जरूर महसूस करते हैं जो सामान्य है. मगर हर समय परेशान रहना आपके मानसिक स्वास्थ्य को परेशान कर सकता है. यह चिंता का विषय हैऔर अगर आप एक ही बात को बार-बार सोचते हैं तो मेंटल प्रेशर ज्यादा बढ़ता है. इसके कुछ अन्य लक्षण सिर में दर्द रहना, चक्कर आना और सांस लेने में कमी महसूस होना है.

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भूख ना लगना: अगर आपके साथ कोई मानसिक रोग की समस्या होगी तो आपकी भूख का पैटर्न बदल सकता है. किसी एक समय आपको बहुत भूख लग सकती है तो कभी भूख ही नहीं लगेगी. भूख के कारण आपका वजन भी बढ़ सकता है और अगर अधिक चिंता है तो इसे आपके शरीर का लुक भी बदल सकता है.

भावनाओं में बदलाव: मेंटल डिसऑर्डर से एक व्यक्ति की भावनाएं बहुत ज्यादा बदल जाती हैं. आप या तो किसी एक चीज पर कोई रिएक्शन नहीं देते हैं या फिर बहुत अधिक देने लग जाते हैं. ऐसा होना मेंटल डिसऑर्डर की शुरुआत का संकेत होता है. अगर आपको यह संकेत महसूस होता है तो आपके व्यवहार में बदलाव देखने को मिल सकते हैं.

डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य जानकारी पर आधारित है जिसकी पुष्टि Opoyi Hindi नहीं करता है. इसपर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से आप सलाह ले सकते हैं.

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