आपने बहुत बार अश्वगंधा (Ashwagandha) का नाम सुना होगा. आपके मन में ये सवाल भी आते होंगे की अश्वगंधा क्या है? इसके गुण क्या है? आपकी जानकारी के लिए बता दें अश्वगंधा एक जड़ी-बूटी है. अश्वगंधा का प्रयोग कई रोगों के उपचार में किया जाता है. अश्वगंधा से मनुष्य को कई फायदे प्राप्त होते हैं. एक और बात बता दें अधिक मात्रा में अश्वगंधा के सेवन से आपकी सेहत को नुकसान भी पहुंच सकते हैं. अश्वगंधा अपने कुछ खास औषधीय गुणों की वजह से तेजी से प्रचलित हुआ है. अपने इस लेख में हम आपको अश्वगंधा क्या है और उसके फायदे, नुकसान, सेवन कैसे करना चाहिए और कहां पाया जाता है, सब बताएंगे.

यह भी पढ़ें: ये छोटा सा दिखने वाला चिलगोजा है बड़ा फायदेमंद, शरीर को देता है 10 बड़े फायदे

अश्वगंधा क्या है?

अलग-अलग देशों में अश्वगंधा कई प्रकार की होती है लेकिन असली अश्वगंधा की पहचान करने के लिए इसके पौधों को मसलने पर घोड़े के पेशाब जैसी गंध आती है. अश्वगंधा की ताजी जड़ में ये गंध अधिक तेज पाई जाती है. वन में पाए जाने वाले पौधों की तुलना में खेती के माध्यम से उगाए जाने वाले अश्वगंधा की गुणवत्ता ज्यादा अच्छी होती है. तेल निकालने के लिए वनों में पाया जाने वाला अश्वगंधा का पौधा ही अच्छा माना जाता है.

अश्वगंधा से मिलने वाले फायदे

आयुर्वेद (Ayurveda) में अश्वगंधा का इस्तेमाल अश्वगंधा के पत्ते, अश्वगंधा चूर्ण के रूप में किया जाता है. आचार्य बालकृष्ण (Acharya Balkrishna) के अनुसार, अश्वगंधा से व्यक्ति को अनगिनत फायदे प्राप्त होते हैं. उतना ही नहीं अधिक मात्रा में अश्वगंधा के सेवन से व्यक्ति को नुकसान का सामना भी करना पड़ सकता है. व्यक्ति को चिकित्सक की सलाह के बिना कभी भी अश्वगंधा का सेवन नहीं करना चाहिए.

1. सफेद बाल की समस्या में अश्वगंधा के फायदे

अगर आप सफेद बालों की समस्या से निजात पाना चाहते हैं तो उसके लिए 2 से 4 ग्राम अश्वगंधा के चूर्ण का सेवन करें. इसकी सहायता से आपको कुछ ही दिन में लाभ दिख सकते हैं.

यह भी पढ़ें: आठ समस्याओं का एक ही काल अर्जुन की छाल, आज ही करें डाइट में शामिल

2. आंखों की ज्योति बढ़ाने में कारगर

अगर आप अपनी आंखों की रोशनी को बढ़ाना चाहते हैं तो उसके लिए 2 ग्राम अश्वगंधा, 2 ग्राम आंवला और 1 ग्राम मुलेठी को आपस में मिलाकर, पीसकर अश्वगंधा चूर्ण तैयार कर लें. एक चम्मच अश्वगंधा चूर्ण को सुबह और शाम पानी के साथ सेवन करें. इससे आपकी आंखों को बहुत फायदे प्राप्त हो सकते हैं.

3. छाती के दर्द में अश्वगंधा के लाभ

अश्वगंधा की जड़ का चूर्ण 2 ग्राम की मात्रा में लें और पानी के साथ सेवन कर लें. इसकी सहायता से आपकी छाती में होने वाले दर्द से आराम मिल सकता है.

4. कब्ज की समस्या में फायदेमंद

अश्वगंधा चूर्ण या अश्वगंधा पाउडर की 2 ग्राम मात्रा को गुनगुने पानी के साथ सेवन करें. इससे आपको कब्ज की समस्या से छुटकारा मिल सकता है.

5. चोट लगने पर करें अश्वगंधा का सेवन

अश्वगंधा पाउडर में गुड़ या घी मिला लें. इसके बाद दूध के साथ सेवन करें. इसकी सहायता से शस्त्र के चोट से होने वाले दर्द से व्यक्ति को आराम मिल सकता है.

इनके अलावा भी अश्वगंधा से व्यक्ति को बहुत फायदे प्राप्त होते हैं.

यह भी पढ़ें: इम्यूनिटी बूस्ट के लिए हर दिन पिएं बादाम मिल्क शेक, सर्दी-जुकाम कर देगा छूमंतर

इस्तेमाल के लिए अश्वगंधा के उपयोगी हिस्से

1. पत्ते

2. जड़

3. फल

4. बीज

अश्वगंधा का सेवन कैसे करना चाहिए?

अगर आप अश्वगंधा (Ashwagandha) का सही लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको ये पता होना चाहिए कि अश्वगंधा का सेवन कैसे करते हैं. अश्वगंधा के सही फायदा पाने के लिए और नुकसान से बचने के लिए चिकित्सक के परामर्श के अनुसार व्यक्ति को सेवन करना चाहिए.

जड़ का चूर्ण: 2 से 4 ग्राम

काढ़ा: 10 से 30 मिलीग्राम

यह भी पढ़ें: सिरदर्द को हल्के में लेना आपको पड़ सकता है भारी, जानें इसके 6 बड़े कारण

अश्वगंधा से होने वाले नुकसान-

1. गर्म प्रकृति वाले व्यक्ति को अश्वगंधा का सेवन कभी नहीं करना चाहिए. ये उसके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है.

2. अश्वगंधा के नुकसानदेह प्रभाव को गोंद, कतीरा एवं घी खाकर ठीक किया जा सकता है.

अश्वगंधा कहां पाया या उगाया जाता है?

आपको पूरे भारत में और खासतौर पर सूखे प्रदेशों में अश्वगंधा का पौधा मिल जाएगा. ये अपने आप उगते हैं. इसके अलावा इनकी खेती भी की जाती है. ये वनों में आसानी से मिल जाते हैं. अश्वगंधा के पौधे 2000 से 2500 मीटर की ऊंचाई तक पाए जाते हैं.

(नोटः ये जानकारी एक सामान्य सुझाव है. इसे किसी तरह के मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें. आप इसके लिए अपने डॉक्टरों से सलाह जरूर लें.)

यह भी पढ़ें: ये 4 लक्षण बताते हैं कि आप डिप्रेशन से उबर रहे हैं, आइए जानते हैं यहां