भारत में कोरोना वायरस और Omicron के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इसके चलते भारत में एक्टिव मामलों की संख्या 2 लाख से ज्यादा हो गई है. सबसे ज्यादा कोरोना के एक्टिव केस मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु में दर्ज किए गए हैं. शुरुआत में कहा जा रहा था कि नए वेरिएंट के लक्षण डेल्टा के मुकाबले ज्यादा गंभीर नहीं होंगे, लेकिन दिल्ली एम्स में हाल ही में कुछ ऐसे लक्षण जारी की है जो भारत में ज्यादातर कोरोना पेशेंट में पाए गए हैं. ऐसे में कई एडवाइजरी स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी की गई है. अगर आपको कोरोना वायरस संक्रमण का कोई भी लक्षण महसूस होता है तो आप इन चीजों को अपनाकर अपने संक्रमण को मात दे सकते हैं.

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कंप्लीट वैक्सीनेशन के बाद भी पॉजिटिव होने का खतरा

रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि भारत में कोरोना वायरस के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं. कोरोना की दोनो डोज के बाद भी Omicron होने का खतरा रहता है. कोरोना की वैक्सीनेशन व्यक्ति शरीर में इम्यूनिटी को बूस्ट करने में मदद करती है और शरीर में नए संक्रमण के होने से बचाता है. हालांकि कोरोना वायरस से दोबारा संक्रमित होने के पीछे एक बड़ा कारण यह भी है कि वायरस हमेशा नाक से प्रवेश करता है. वैक्सीन जो अभी दी जा रही है वह हमारे खून में एंटीबॉडी क्रिएट कर रही है लेकिन अगर किसी व्यक्ति को दोनों वैक्सिंग मिल चुकी है तो उसे संक्रमण से इनफेक्टेड होने की संभावना कम पाई जाती है और रिकवरी काफी तेजी से होती है.

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लक्षणों के दिखने पर ध्यान रखने योग्य बातें

1. कोरोना टेस्टिंग ( Covid–19 Testing)

कोरोना संक्रमण की टेस्टिंग आप संभावनाओं के आधार पर करवा सकते हैं. अगर आपकी कई ट्रैवल हिस्ट्री रही है तो आपको बिना किसी वक्त की बर्बादी के टेस्टिंग कराने की आवश्यकता है. अगर आप किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आए हैं जिनको कोरोना हो चुका है और आपको कोई लक्षण नहीं नजर आ रहे है तो आपको कुछ वक्त खुद को आइसोलेट करने के बाद खुद पर नजर रखनी चाहिए और फिर कोरोना टेस्टिंग करानी चाहिए. हालांकि कोरोना के लक्षण दिखते ही आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर साधारण फ्लू और उनके लक्षणों में फर्क पता कर सकते हैं. इसके बाद पूर्व में टेस्ट कराना एक अच्छा सुझाव है.

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2. Isolation

कोरोना वायरस का टेस्ट करवाने के बाद यदि आप पॉजिटिव आते हैं तो आपको फॉरेन खुद को आइसोलेट कर लेना चाहिए. यह आपके और आपके परिवार के लिए काफी फायदेमंद रहेगा. आपकी छोटी सी लापरवाही कई लोगों को संक्रमण के जोखिम में डाल सकती है. आइसोलेट होने के बाद आपको दवाइयों के साथ कुछ उपाय करने हैं जो आपको संक्रमण से जल्दी रिकवरी कराने में मदद करेंगे. अगर आप अपने पूरे परिवार के साथ रहते हैं तो आपको आइसोलेशन में 24 घंटे मास्क लगाकर रहना चाहिए और कमरे में अलग बाथरूम का इस्तेमाल करना चाहिए.

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3. भाप लें

कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति को भाप लेने की सलाह दी जा रही जाती है. भाप लेना हमारे नाक में जमा म्यूकस को कम करता है. हालांकि कोरोना वायरस संक्रमण पर यह कितना प्रभावी है इसकी कोई प्रमाणिकता नहीं है इस पर कोई भी तथ्य सामने नहीं आए हैं. एक्सपर्ट की मानें तो म्यूकस से ही बलगम बनता है इसलिए भाप लेने की सलाह दी जाती है. मगर कोरोने संक्रमण के प्रभाव पर कोई भी तथ्य नहीं है भाप लेने से जमा बलगम बाहर निकलने में मदद होती है.

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4. हेल्दी फूड है बेहद जरूरी

व्यक्ति को प्रोटीन युक्त भोजन का सेवन करना बहुत जरूरी होता है. मगर ज्यादातर मरीजों के गले में काफी समस्या होती है ऐसे में खाना-पीना मुश्किल हो जाता है. अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं तो आपको अपनी डाइट में दही जरूर शामिल करना चाहिए. यह नरम और ठंडा होता है जिससे गले को राहत मिलती है और इसमें मौजूद प्रोटीन आपके शरीर में प्रोटीन की कमी को दूर करता है. जिस कारण आपको भूख कम लगती है. अगर आप चाहें तो पोटैशियम दही में मिला शामिल कर सकते हैं. इसके लिए दही में केले के टुकड़े को बारी-बारी काटकर शामिल करें.

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डिस्क्लेमर: ये जानकारी एक सामान्य सुझाव है. इसे किसी तरह के मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें. आप इसके लिए अपने डॉक्टरों से सलाह लें.