ट्रेन के हॉर्न (Train Horn) हम सभी को बचपन में बेहद ही आकर्षित करते थे. ट्रेन स्टेशन पर रुके या गुजरे उसके हॉर्न बजते ही हैं. सफर के दौरान आज भी हम सभी ट्रेन के हॉर्न को सुनते हैं, लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि ट्रेन के हॉर्न कितने तरीके के होते हैं और अलग-अलग इन हॉर्न के मतलब क्या होते हैं. हॉर्न के जरिए ट्रेन के ड्राइवर और गार्ड (Train Driver And Guard) के बीच एक तालमेल होता है.

कई बार ट्रेन ड्राइवरों द्वारा बजाई जाने वाली सीटियों के बारे में भी बात होती है. दरअसल, ड्राइवर आमतौर पर कई तरह की सीटी बजाते हैं, जिनका अलग-अलग मतलब होता है. छोटी सीटी, लंबी सीटी, दो छोटी-छोटी सीटियों के मायने अलग होते हैं. हॉर्न से जुड़ी तमाम जानकारियां आइए जानते हैं.

यह भी पढ़ें: ये है दुनिया की सबसे बड़ी पक्षी की मूर्ती, जहां रावण ने जटायु के काटे थे पंख

1. एक छोटा हॉर्न

अगर चालक एक छोटा हॉर्न बजाए, तो इसका मतलब ये है कि ट्रेन यार्ड में धुलाई और सफाई के लिए जाने को तैयार है. इसके बाद वो फिर यात्रियों को लेकर अगली यात्रा पर निकलेगी.

2. दो छोटे हॉर्न

आपने कई बार रेलवे में सुना होगा कि ड्राइवर ने दो छोटी-छोटी सीटियां बजाईं, लेकिन आप इसके पीछे की वजह नहीं जान पाते हैं. इसके पीछे की वजह यह है कि ट्रेन का ड्राइवर तब दो सीटियां बजाता है, जब वह गार्ड से ट्रेन को खोलने के लिए सिग्नल की मांग कर रहा है. 

यह भी पढ़ें: आखिर बिस्किट में क्यों होते हैं छेद, जानिए इसके पीछे की वजह

3. तीन छोटे हॉर्न

ट्रेन चालाक तीन छोटे हॉर्न इमरजेंसी की स्थिति में बजाता है. इसका मतलब ये होता है कि ड्राइवर का इंजन से कंट्रोल खत्म हो चुका है. इसलिए वो गार्ड को इस हॉर्न के जरिए संकेत देता है कि वो वैक्यूम ब्रेक को तुरंत खींचे. हालांकि ये बेहद कम ही इस्तेमाल होता है.

4. चार छोटे हॉर्न

ये हॉर्न ट्रेन में तकनीकी खराबी के दौरान बजाए जाते हैं. ट्रेन चलते हुए अगर रुक जाती है और चालक चार बार छोटा हॉर्न बजा रहा है. तो वो गॉर्ड को ये संकेत दे रहा है कि इंजन में खराबी आने के कारण गाड़ी आगे नहीं जा सकती.

5. छोटी और एक लंबी हॉर्न का मतलब

ट्रेन ड्राइवर यदि एक छोटी और एक लंबी सीटी बजा रहा है तो फिर इसका मतलब होता है कि उसे ट्रेन के पीछे लगे इंजन से मदद की जरूरत है.

यह भी पढ़ें: कंस्ट्रक्शन के समय बिल्डिंग को हरे कपड़े से ही क्यों ढकते हैं? जानें कारण