हर बच्चे के पैरेंट्स की यहीं शिकायत रहती है कि उनका बच्चा न ही उनकी कोई बात सुनता है और न ही मानता है. इस कारण पैरेंट्स कभी गुस्सा या डांटकर उन्हें समझाने की कोशिश करते हैं. इस वजह से उनके बच्चे जिद्दी भी हो जाते हैं. ऐसे में बच्चे कई गुस्से में हो जाते है और फिर घर में तोड़फोड़ करने लग जाते है. ऐसे में पैरेंट्स को अपनी समझदारी से बीच का रास्ता निकालना होगा. ताकि वो आपकी बात को सुनें और समझें. बच्चे शरारते तो जरूर करते है. कई पैरेंट्स इसे प्यार समझकर टाल देते हैं. लेकिन बाद में ये उनकी आदत में शुमार हो जाता है और बच्चे जिद्दी बन जाते हैं. 

यह भी पढ़ें: कान पकने पर फर्स्ट एड में अपनाएं ये 5 घरेलू उपचार, कम होगा इंफेक्शन का खतरा

चिड़चिड़ाहट, झल्लाहट, परेशानी, थकान और निराशा वाला वाला अनुभव जो कई मांओं को हर दिन झेलना पड़ता है. आइए जानते हैं कुछ सिम्पल टिप्स जिनसे आपका बच्चा आपकी बातें मानने लगे-

यह भी पढ़ें: क्या है ड्राई आई सिंड्रोम? जानिए इसके कारण और बचाव के तरीके

1.बनें उनके रोल मॉडल

बच्चों को आज्ञाकारी बनाने के लिए सबसे पहले खुद को आज्ञाकारी बनना जरूरी है. अगर माता-पिता खुद एक-दूसरे पर अपनी जरूरतों को थोपेंगे या बच्चों के सामने लड़ेंगे. तो इस माहौल में बच्चा कभी आज्ञाकारी नहीं बन सकते.

यह भी पढ़ें: गर्दन के दर्द से तुरंत छुटकारा दिलाएंगे ये 5 उपाय, जानें यहां

2.इन तरीकों को आजमाएं

किशोर उम्र के अभिभावक होने के नाते आपको अपने अंदर बहुत सारा धैर्य रखना होगा. आपको अपने बच्चों का दोस्त होकर बात करने की जरूरत नहीं है. क्योंकि अगर आप दोस्त बन जाओगे.तो उन्हें सही और गलत का फर्क नहीं समझा नहीं सकते. जरूरत है कि आप खुद से समझे और बच्चे के साथ ऐसी बांडिग बनाये कि वो अपने मन की सारी बात खुद ब खुद आपको बताए और आपसे सलाह ले.

सभी बच्चे हर निर्देश का पालन करने वाले नहीं होते. 
  1. बच्चा नहीं सुनता आपकी बात तो फॉलो करें टिप्स.

यह भी पढ़ें: गर्मी में क्यों आता है चेहरे पर पिंपल्स? जानें ठीक करने के घरेलू उपाय

3.खेल-खेल में सिखाएं 

बच्चा अगर आपकी बातों को नहीं मान रहा. तो आप बच्चे को खेलों की साहयता से उन्हें आज्ञाकारी बना सकते हैं. जो बच्चे का मनपसंद खेल हो उसी खेल को आप बच्चे के साथ खेले. इस माध्यम से आप अपनी बात उनसे मनवाने की कोशिश करें.

4.पहले खुद में करें बदलाव

बच्चों के अंदर अच्छे गुण डालने से पहले आपको अपने अंदर उन आदतों को उतारना होगा. क्योंकि जब आप उसके सामने अपना उदाहरण पेश करोगे. तो वह जल्दी बात समझेगा. साथ ही इस उम्र के बच्चों से घर-परिवार के बारे में बात करेंरें. उनसे आर्थिक और पारिवारिक मुद्दों पर बात करें.

यह भी पढ़ें: इन 5 चीजों का सेवन करने से नहीं बढ़ेगा वजन, वेट कम करने में मिलेगी मदद

5.बच्चों को विकल्प दें

सभी बच्चे हर निर्देश का पालन करने वाले नहीं होते हैं. जब पैरेंट्स उन्हें कुछ कहने के लिए कहते हैं तो वे आपकी बात मानने से इनकार कर कर देते हैं और विद्रोही हो जाते हैं. खासकर जब वे टीनेज में पहुंचते हैं.आप उन्हें चॉइस की ताकत दीजिए. उन्हें विकल्प दीजिए.

यह भी पढ़ें: Hair Brush और Hair Comb में क्या फर्क होता है? नहीं पता तो यहां जानें