कोरोना महामारी की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित इंडस्ट्री में से एक है टूरिज्म (Tourism). हालांकि, अब कोरोना के केस कम होने के साथ अन्य इंडस्ट्रीज की तरह ये इंडस्ट्री भी रफ्तार पकड़ रही है. ऐसे में अगर आप भी इन गर्मियों की छुट्टियों में किसी ऐसी जगह पर जाने का प्लान बना रहे हैं जहां भीड़-भाड़ कम हो और आप वहां आराम से प्रकृति का आनंद उठा सके तो ये खबर आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है. इस लेख में हम आपको भारत में मौजूद 5 ऑफ बीट हिल स्टेशनों (Off Beat Hill Stations) के बारे में बताएंगे जिनको बहुत ही कम लोग जानते हैं.

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सबसे शानदार 5 ऑफ बीट हिल स्टेशन

1. लाचुंग

लाचुंग सिक्किम (Sikkim) के उत्तरी भाग में है. यहां बहुत ही कम मात्रा में पर्यटक आते हैं. ये गंगटोक से लगभग 100 किलोमीटर दूर है. यदि आप इन गर्मियों की छुट्टियों में यात्रा करने का प्लान बना रहे हैं तो आप लाचुंग को चुन सकते हैं. यहां आकर आपको पछतावा नहीं होगा. ये बहुत ही सुंदर जगह है. यहां का मुख्य आकर्षण जंगली फूल और गुरुडोंगमार झील है. यहां आपको न केवल तेज गर्मी से राहत मिलेगी बल्कि बर्फ से ढकी चोटी देखकर भी आपका मन खुश हो जाएगा.

2. चटपाल

कश्मीर (Kashmir) का चटपाल एक ऐसा ऑफ बीट हिल स्टेशन है जो टूरिस्ट से काफी हद तक अछूता रहा है. यहां के देवदार के जंगल, हिमालय पर्वत और नदी इस जगह को बहुत खूबसूरत बनाते हैं. रात के समय आप यहां कैंडल लाइट डिनर का आनंद उठा सकते हैं. यहां पहुंचने के लिए आप श्रीनगर से कैब किराए पर ले सकते हैं. वहीं, ठहरने के लिए जम्मू-कश्मीर टूरिज्म के कई कॉटेज मौजूद हैं.

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3. कल्पा

हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में किन्नौर जिले का एक छोटा सा कस्बा है कल्पा. ये सतलुज नदी की घाटी में बसा है. बता दें कि ये स्पीति वैली जाने के रास्ते में पड़ता हैं. यहां पहुंचने के लिए शिमला काजा हाईवे से 16 किलोमीटर लंबी संकरी सड़क को पार करना होगा. जब आप इस सड़क को पार कर यहां पहुंचेंगे तो किन्नौर कैलाश चोटियों का अद्भुत नजारा आपको दिखाई देगा. कल्पा सेब के बाग और घने देवदार के जंगलों से घिरा हुआ है. यहां आकर आपको पछतावा नहीं होगा.

4. नेल्लियाम्प्ति हिल्स

केरल (Kerala) का नेल्लियाम्प्ति हिल्स शहर की हलचल से दूर एक आदर्श गंतव्य हैं. ये स्थान चाय और कॉफी बागानों का घर है और संतरे के लिए भी जाना जाता है. नेल्लियाम्प्ति पहाड़ियां सह्याद्री पर्वतमाला का हिस्सा है और हरे-भरे जंगलों से घिरी हैं. इसके अलावा इस जगह का एक और खास आकर्षण धान के खेत हैं जो बायो फार्म हैं. लोग अक्सर इन बायो फार्म को देखने के लिए दूर-दूर से यहां आते हैं. ये कोयंबटूर से लगभग 102 किलोमीटर दूर है.

5. केम्मनगुंडी

केम्मनगुंडी समुद्र तल से 1434 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. ये जगह बेंगलुरु से लगभग 273 किलोमीटर की दूरी पर है. यहां आकर आप झरने और पहाड़ों के बीच एक अच्छा समय बिता सकते हैं. हवाई मार्ग से यहां पहुंचने के लिए सबसे करीबी एयरपोर्ट मैंगलोर है जो 80 किलोमीटर की दूरी पर है. अगर रेलवे स्टेशन की बात करें तो यहां से सबसे करीब रेलवे स्टेशन बिरूर है जो 34 किलोमीटर की दूरी पर है.

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