अक्सर लोग कुछ उल्टी-सीधी चीज खाते-पीते हैं तो इलायची का सहारा लेते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि इसकी सुगंध आपके मुंह की हर तरह की स्मैल को दूर भगाती है. इलायची को खाने में, मीठी चीजों में और भी कई उपयोगों में लाया जाता है. इसकी उपज पूरे साल होती है और इसमें कठोर और खड़ी सुगंधित पत्तियां उगती हैं जो पौधे के तनों का हवाई हिस्सा बनाती हैं. ये तने 2 से 4 मीटर ऊंचे होते हैं और पौधे के चारों ओर पत्तियों की छतरी बनाते हैं.

छोटी इलायची के फूल सुंदर होते हैं और आमतौर पर पीले या लाल पट्टियों के साथ सफेद होते हैं. इलायची के फलों को कैप्सूल कहा जाता है. फलों के अंदर पौधे के बीज होते हैं, जिनका उपयोग मसाले के रूप में किया जाता है.

यह भी पढ़ें: घर की छत पर लग सकता है ‘पेठे’ का पौधा? स्वाद और सेहत में होता है जबरदस्त

कैसे लगाएं इलायची का पौधा?

इलाइची के पौधे को लगाने के लिए एक दुकान से अच्छे बीज खरीद लीजिए. उन बीजों को जितने अच्छे से आप पहचान लें तो इसके फूल और अच्छे आएंगे. इलायची के बीज आपको ऑनलाइन भी मिल सकते हैं. बीज के आधार पर पौधे को अंकुरित होने में 4-6 दिन लगते हैं. जब पौधा अंकुरित हो जाए तो उससे छेड़छाड़ न करें, बल्कि सुबह-शाम सीमित मात्रा में पानी का छिड़काव करते रहें. वहीं, बीज के अंकुरित होकर बाहर आने तक विशेष देखभाल करनी होगी. एक महीने बाद इलायची का पौधा अच्छे से निकल आता है.

यह भी पढ़ें: घर में बगान में धनिया उगाने कैसे उगाएं? इन आसान टिप्स को करें फॉलो

इलाइची का पौधा लगाते समय याद रखें ये बातें

1. रोजाना सुबह के वक्त इसको 2 या 3 घंटे तक धूप में रखें. ऐसा तब करना है जब गमले में बीज अंकुरित होकर पौधे के रूप में निकल आए.अगर अभी भी बीज है तो उसे बाहर छांव में ही रखें.

2. शुरुआत में खाद के तौर पर गमले में गोबर के अलावा किसी अन्य चीजों का इस्तेमाल ना करें. वहीं पौधा थोड़ा बड़ा हो जाए तो होममेड चीजों को खाद के तौर पर इस्तेमाल करें.

यह भी पढ़ें: किचन को बनाना चाहते हैं हर्बल गार्डन का ठिकाना? तुरंत फॉलो करें ये टिप्स 

3. गर्मियों में इसे सुबह-शाम नियमित पानी देने की आवश्यकता होती है. वहीं इस बात का ध्यान रखें कि इलायची का पौधा बीज से लगाना काफी मुश्किल होता है, इसलिए खास ध्यान देने की आवश्यकता होती है.

4. इलायची उगाने के लिए मीडियम साइज का गमला लें, जो ना ज्यादा बड़ा हो और ना ज्यादा छोटा. अब मिट्टी में एक उंगली के बराबर गड्ढा करें और फिर बीज डाल दें. इसके बाद कुछ दिन तक इंतजार करें.