हिंदू धर्म के वास्तु शास्त्र में कई ऐसी बातों को माना जाता है जो आमतौर पर जीवनशैली से जुड़े हुए होते हैं. अक्सर आपने देखा होगा कि जूते-चप्पल घर के बाहर उतारने की सलाह दी जाती है क्योंकि इससे आपका घर स्वच्छ बना रहता है लेकिन ये जूते चप्पल अगर मुख्य दरवाजे पर रह जाता है तो वास्तु शास्त्र में इसके अलग दोष बताए गए हैं. इसलिए अक्सर बड़े बोलते हैं कि जूतों चप्पल को व्यवस्थित जगहों पर ही रखें.

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मुख्य दरवाजे पर जूते-चप्पल ना रखें

अक्सर बच्चों को ये सिखाया जाता था कि चप्पल उल्टी कहीं भी दिखे तो उसे सीधी कर दें. नहीं तो उल्टी चप्पल से घर में झगड़ा होता है, अब ये सच हो या ना हो लेकिन वास्तु शास्त्र से गहरा नाता है.

1. उल्टी चप्पल को नकारात्मक माना जाता है और इससे घर में भी निगेटिव एनर्जी प्रवेश करती है.

2. घर में अगर चप्पल इधर-उधर पड़ी है तो इससे परिवार की सुख-शांति में बाधा आती है.

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3.ऐसी मान्यता है कि चप्पल बिखरी पड़ी रहने से परिवार के सदस्यों का आत्मविश्वास कम होता है.

4. जूते चप्पल अगर घर के मुख्य दरवाजे पर रहता है तो इससे घर में बीमारियां प्रवेश करती हैं.

5. टूटी चप्पलों से घर में परेशानियों का वास होता है इसलिए ऐसी चप्पलों को फेंक देना चाहिए.

6. घर में जूते-चप्पल उल्टे पड़े रहते हैं वहां से लक्ष्मी भी दूर भागती हैं.

7. आय के स्रोत सीमित होने और धनहानि की भी मान्यताओं का वर्णन शास्त्रों में है.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.