देश में पिछले कुछ समय से लोगों में हार्ट अटैक (Heart attack) जैसी गंभीर दिल की बीमारियां बड़ी तादाद में सामने आ रही हैं. कम उम्र के लोगों में हार्ट अटैक के मामले बढ़े हैं. खासकर कोरोना काल के बाद कम उम्र के और स्वस्थ लोगों में हार्ट अटैक के मामले बढ़े हैं. खराब खान-पान के चलते हार्ट अटैक (Heart Attack) का जोखिम बढ़ता है. ऐसे में आपको अपनी दिनचर्या पर खास ध्यान देना पड़ेगा, नहीं तो अटैक आने का खतरा बना रहता है. हार्ट के मरीजों में कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) बढ़ना, हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) और दिल की धड़कन का तेज-धीमा होना होता रहता है.

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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि लोगों की लाइफस्‍टाइल बहुत बुरी हो गई है आधी से ज्‍यादा बीमारियां तो लोग इसी कारण से पैदा कर रहे हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसे 5 कारण है, जो आपको कम उम्र में भी हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारी दे सकते हैं. आइए जानते हैं.

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तनाव- स्‍ट्रेस से लोगों का मन और तन स्वस्‍थ नहीं रह सक‍ता है. यह लोगों के मस्‍तिष्‍क और दिल पर असर डालता है. इससे जितना बचे और एंजॉय करें उतना ही बढ़िया है.

जंक फूड-आज के समय में युवा जंक फूड का अधिक सेवन करते हैं, जिसमें वो तली चीजों का अधिक प्रयोग करते हैं. इससे बॉडी में कैलोरी की मात्रा में वृद्धि होती है. इसका सीधा असर सीधा दिल पर पड़ता है.

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अधिक व्यस्त रहना- 30-45 के बीच के उम्र वाले लोग अपनी लाइफस्टाइल में अधिक व्यस्त होते हैं और अपनी डाइट पर सही से ध्यान नहीं देते हैं. वो सारा समय ऑफिस में कंप्यूटर पर काम करते हैं. इसके अलावा घर पर आकर भी वो मोबाइल यूज करते हैं, जिसके कारण वर्क लोड सीधा ब्‍लड वेसेल्स पर प्रभाव डालता है. यही वजह है कि युवा पीढ़ी और मिडल ऐज के लोग ब्‍लड प्रेशर जैसी बीमारी से ग्रसित हो रहे हैं.

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अल्कोहल और स्मोकिंग- अधिकतर लोग को स्मोकिंग और अल्कोहल का सेवन करते हैं. डॉक्टरों के अनुसार, स्मोकिंग और अल्कोहल कि वजह से लोगों के भीतर कार्डियोवस्कुलर डिजिज जैसी बीमारी के लक्षण पैदा होती है. इसके बाद बॉडी में फैट बनता है और उसे फिर कोरोनरी हार्ट बीमारी का सामना करना पड़ता है. अधिक शराब पीने से ब्‍लड प्रेशर बढ़ता है, इसका सीधा प्रभाव बल्‍ड वेसैल्स पर पड़ने से हार्ट पंपिग शुरू हो जाता है. इससे हार्ट अटैक होने का खतरा बढ़ जाता है.

(नोटः ये जानकारी एक सामान्य सुझाव है. इसे किसी तरह के मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें. आप इसके लिए अपने डॉक्टरों से सलाह जरूर लें.)