मुस्लिम समुदाय का पवित्र महीना रमजान (Ramadan) शुरू हो चुका है. रमजान के साथ हिंदुओं का पर्व चैत्र नवरात्रि (Navratri) भी शुरू हो गया है. दोनों ही पर्व उपवास से जुड़े हुए हैं. ऐसे में ये सवाल पैदा होता है कि क्या डायबिटीज (Diabetes) के मरीजों को रोज या उपवास रखना चाहिए. ये एक या दो दिन की बात तो है नहीं. नवरात्रि में जहां 9 दिनों का उपवास होता है. वहीं, रमजान में पूरे 30 दिनों तक रोजे रखने होते हैं. जाहिर है उपवास में पूरे दिन कुछ न खाने-पीने से ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है.

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एक्सपर्ट्स के अनुसार, लंबे समय तक उपवास रखने से डायबिटीज के मरीजों का ब्लड शुगर लेवल बिगड़ने से कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती है. इसके लिए उन्हें अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए और उपवास और खाने-पीने से जुड़ी सावधानियों का भी ध्यान रखना चाहिए. हालांकि एक्सपर्ट्स डायबिटीज के मरीजों को उपवास न रखने की सलाह देते हैं.

एक्सपर्ट्स कहते हैं कि टाइप -1 डायबिटीज वाले लोगों को अपना इंसुलिन लेना बंद नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे डायबिटिक कीटोएसिडोसिस नामक समस्या का खतरा उत्पन्न हो सकता है. इसके अलावा लंबे समय भूखा रहने से भी कमजोरी और थकान जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं.

जानिए डायबिटीज मरीजों को इफ्तार में क्या खाना चाहिए

रोजा खोलने के समय यानी इफ्तार के दौरान आपको कुछ पोषण से भरपूर चीजें खानी चाहिए. इसकी शुरुआत में आप दो खजूर खा सकते हैं. आपको कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले कार्बोहाइड्रेट जैसे ब्राउन राइस, फुल ग्रेन ब्रेड और सब्जियां सफेद चावल, नॉन-फुल ग्रेन ब्रेड या आलू जैसी चीजों का सेवन करना चाहिए.

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प्रोटीन वाली चीजों का सेवन बहुत फायदेमंद

 प्रोटीन ऊर्जा का अच्छा स्रोत होता है और कार्बोहाइड्रेट की तुलना में धीरे-धीरे अवशोषित होता रहता है. आप प्रोटीन से भरपूर चीजों को खा सकते हैं. इसके अलावा आप ड्राई फ्रूट्स, ऑयली फिश, एवोकाडो, ओलिव ऑयल भी ले सकते हैं क्योंकि ये एनर्जी का बढ़िया स्रोत हैं और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में भी सहायता करते हैं.

दूध-दही का सेवन भी शानदार विकल्प

आप मछली, टोफू और नट्स जैसे दुबले प्रोटीन का सेवन कर सकते हैं क्योंकि इनसे शरीर को ऊर्जा मिलती है. इसके अलावा आप लो फैट दूध, सादा ग्रीक योगर्ट, पनीर भी ले सकते हैं. सोने से पहले एक गिलास दूध या कुछ फल खा सकते हैं जो शुगर लेवल को बनाए रखने में सहायता करते हैं.

शाम के समय पिएं साधा पानी या नींबू पानी

शाम को इफ्तारी के समय खूब सारा पानी और शुगर-फ्री पेय पदार्थ पी सकते हैं. इसके अलावा ध्यान रहे कि कैफीन युक्त पेय पदार्थों से बचें क्योंकि वे प्यास को बढ़ाने का काम करते हैं.

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फाइबर का सेवन भी बहुत जरूरी

आप फाइबर की मात्रा बढ़ाने के लिए भोजन में सलाद को शामिल कर सकते हैं. अधिक पानी की मात्रा वाले ताजे फल और सब्जियां शामिल कर सकते हैं. चूंकि मिठाइयां हर त्योहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होती हैं इसलिए सुनिश्चित करें कि आप इनका सेवन कम से कम करें.

डायबिटीज पेशेंट्स को इफ्तार में क्या खाना चाहिए?

अगले दिन का रोजा शुरू करने से पहले सहरी में पेट भरकर भोजन करना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए. इस दौरान आप हाई फाइबर और कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ खा सकते हैं. ऐसे खाद्य पदार्थ पेट में लंबे समय तक रहते हैं और भूख को कम करते हैं. ये आपके पेट को भरा रखेंगे. आप साबुत अनाज जैसे गेहूं, टूटा हुआ गेहूं, जई, जौ, क्विनोआ और ब्राउन राइस के साथ चना मटर, राजमा, लीमा बीन्स, ब्लैक-आइड बीन्स आदि खा सकते हैं.

(नोट: ये जानकारी एक सामान्य सुझाव है. इसे किसी तरह के मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें. आप इसके लिए अपने डॉक्टरों से सलाह जरूर लें.)

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