आचार्य चाणक्य नीतियों को आपने सोशल मीडिया पर खूब देखा और सुना होगा. ऐसा भी बताया जाता है कि चाणक्य नीतियों को ही अपनाकर चंद्रगुप्त मौर्य सम्राट बन गए थे और उनकी नीतियों को अपनाकर आप भी अपने जीवन में सफलता को पा सकते हैं. आचार्य चाणक्य की कई शिक्षाएं और नीतियां आज भी प्रासंगिक है. उनकी शिक्षाएं सफलता पाने पाने और अच्छा इंसान बनने में काफी मदद कर सकता है. मगर हम यहां आपको ये बताएंगे कि कौन की घटनाएं कंगाली का संकेत देती हैं.

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ये 4 घटनाएं हैं कंगाली का संकेत

जीवन में अगर सुख आता है तो दुख भी आएगा ही. दोनों एक-दूसरे के आगे-पीछे चलते हैं इसलिए लोगों को हिम्मत नहीं हारनी चाहिए. समय हमेशा एक जैसा नहीं होता है और जब भी अच्छा या बुरा समय आता है तो संकेत जरूर देता है. जानकारी की कमी में बहुत से व्यक्ति इन संकेतों को समझ नहीं पाते हैं लेकिन ये बुरी तरफ इशारा करती है. अगर आप गौर कररें कि आर्थि, शारीरिक और मानसिक परेशानियों से बचा सकते हैं तो चलिए बताएं बुरे समय के संकेत क्या हैं?

1. घर में क्लेश: परिवार में मनमुटाव अक्सर देखने को मिलते हैं. मगर घर में एक-दूसरे के ये झगड़े जल्द से जल्द खत्म हो जाएं तो अच्छा रहता है. जिस घर में हर दिन क्लेश होते हैं वहां मां लक्ष्मी का वास नहीं होता है. घर में नकारात्मक ऊर्जा भी रहती है.

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2. बुजुर्गों का अपमान: जिन घरों में बुजुर्ग तो रहते हैं लेकिन उनका सम्मान नहीं हो पाता है तो उनके घर में सुख-समृद्धि नहीं आती है. दुर्भाग्यवश जिस घर में बुजुर्गों अपमान होता है वहां पर दरिद्रता का वास रहता है.

3. तुलसी: अगर किसी घर में तुलसी का पौधा लगा है और वो सूख रहा है तो ये भयानक घटना हो सकती है. यहां से खुशहाली गायब हो सकती है और घर के लोगों की तबीयत भी खराब रह सकती है.

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4. शीशा टूटा होना: अगर किसी घर में शीशा टूटा है तो ये आम बात है लेकिन अक्सर किसी घर में ये हो रहा है तो इसका मतलब कोई बड़ी अनहोनी होने वाली है. चाणक्य नीति में बताया गया है कि घर में टूटे कांच को नहीं रखना चाहिए ये दरिद्रता की निशानी है.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.