आचार्य चाणक्य नीतियों को आपने सोशल मीडिया पर खूब देखा और सुना होगा. ऐसा भी बताया जाता है कि चाणक्य नीतियों को ही अपनाकर चंद्रगुप्त मौर्य सम्राट बन गए थे और उनकी नीतियों को अपनाकर आप भी अपने जीवन में सफलता को पा सकते हैं. आचार्य चाणक्य की कई शिक्षाएं और नीतियां आज भी प्रासंगिक है. उनकी शिक्षाएं सफलता पाने पाने और अच्छा इंसान बनने में काफी मदद कर सकता है. मगर हम यहां आपको ये बताएंगे कि कि हमें किन 5 जगहों पर नहीं रुकना चाहिए.

यह भी पढ़ें: Chanakya Niti: इन लोगों पर रहती है मां लक्ष्मी की कृपा, धन की कमी नहीं होती

इन 5 जगहों पर कभी नहीं रुकें

वे बताते हैं कि व्यक्ति को अपने जीवन को किस प्रकार व्यतीत करना चाहिए. चाणक्य नीति में एक श्लोक के जरिए वे बताते हैं कि व्यक्ति किस प्रकार के स्थानों पर बिल्कुल भी नहीं ठहरना चाहिए. तो चलिए बाते हैं उन जगहों के बारे में..

धनिक: श्रोत्रियो राजा नदी वैद्यस्तु पंचम:।

पंच यत्र न विद्यन्ते तत्र दिवसं न वसेत्।।

यह भी पढ़ें: Chanakya Niti: ये 3 अवगुण वालों से रहें दूर, वरना बुद्धी कर सकती है भ्रष्ट

इस श्लोक में चाणक्य बताते हैं कि जहां कोई सेठ, वेदपाठी विद्वान, राजा और वैद्य ना हों, जहां कोई नदी नहीं हो, वहां एक दिन भी नहीं रहना चाहिए. अब इस बात को हम 5 बातों के जरिए इसे बताते हैं.

1. जिस शहर में कोई भी धनवान व्यक्ति नहीं हो.

2. जिस देश में वेदों को जानने वाले विद्वान नहीं हों.

यह भी पढ़ें: Chanakya Niti: पत्नी में हैं 4 गुण? तो आप से ज्यादा भाग्यशाली और कोई नहीं

3. जिस देश में कोई राजा या सरकार नहीं हो.

4. जिस शहर या गांव में कोई डॉक्टर नहीं हो.

5. जिस स्थान के पास कोई भी नदी नहीं बहती हो, वहां मनुष्य को रहने के बारे में जरा भी नहीं सोचना चाहिए.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.