विश्वभर में चाय को पसंद किया जाता है. इसके दीवाने इसे विभिन्न रूपों में लेना पसंद करते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि चाय वैकल्पिक रूप से कई शारीरिक समस्याओं के प्रभाव व उनके लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती है. स्फूर्ति के लिए शुरू शुरू में चाय का सेवन किया जाता हैं बाद में इसकी लत लग जाती हैं. आज चाय प्रत्येक देश में उपयोग ली जाने वाली पेय बन चुकी हैं.

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चाय का हमारे देश में बड़ा कारोबार हैं. यहां रहने वाले अधिकतर लोग सवेरे और दिन में कई समय चाय पीते हैं. ढाबे, रेस्तरा और बड़ी होटलों में चाय आसानी से उपलब्ध हो जाती है. साथ ही यह प्रत्येक घर में भी बनती हैं.

भारत के कुछ ऐसे राज्य है, जहां की चाय बेहद अनोखे तरीके से बनाई जाती है. किसी को पुदीना के साथ बनाया जाता है. तो किसी को कॉफी स्टाइल में तैयार किया जाता है. इस आर्टिकल में हम आपको बातएंगे उन राज्यों के चाय के बारे में. जिनको बनाने का अनोखा तरीका हैं. आइए जानते हैं.

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1.असम की लाल चा

असम और सिक्किम समेत अधिकतर उत्तर पूर्व भारत में आपको लाल चा देखने को मिलेगी. ये एक सिंपल काली चाय हैं. यह बिना दूध के के तैयार की जाती है, जिसमें कुछ ही मात्रा में चीन डाली जाती है. चाय का रंग रेडिश ब्राऊन रंग का होता है. इसी वजह से इसका नाम लाल चा रखा गया है. मेघालय, अरुणाचल, असम और सिक्किम में सबसे अधिक इस चाय को लोग पीते हैं. इस चाय का स्वाद हल्का कड़वा लगेगा, लेकिन इतना नहीं कि आपसे पिया न जाए, पीने में ये चाय काफी स्वादिष्ट है.

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लाल चा का स्वाद: टी केक आलू के चिप्स, नमकीन मिक्स और अन्य स्नैक्स के साथ लें.

2.नाथद्वारा की फुदीना चाय

राजस्थान में नाथद्वार श्रीनाथजी की हवेली के पास स्थित एक छोटा तीर्थ शहर है. यहां श्रीनाथ जी मंदिर के पास ठेलों पर पुदीने के गुच्छे देखने को मिलेंगे. मिंट या पुदीना में पत्ते बड़े होते हैं. इन्हें यहां पुदीना के बजाए फुदीना कहा जाता है. यहां इस चाय को मिट्टी के प्यालों या कुल्हड़ों में दी जाती हैं. पुदीने का तीखा स्वाद इंसान की नींद खोल देगा.जानकारी के लिए बता दें कि पुदीने का ये किस्म सिर्फ इसी जगह पायी जाती हैं.

फुदीना चाय का स्वाद: सैंडविच,पकोड़ा, कटलेट, ब्रेड के साथ जरूर लें.

यहां इस चाय को मिट्टी के प्यालों या कुल्हड़ों में दी जाती हैं. 

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3.कश्मीर से कहवा

अगर आप कश्मीर घूमने जाते हैं और अगर आपने कहवा का सेवन नहीं किया तो आपकी ट्रिप अधूरी हैं.मसालों और सूखे मेवों वाली हल्की चाय से यहां आने वाले हर यात्री को प्यार हो जाता है.

कश्मीर में आपको प्रत्येक होटल या स्टॉल पर लोग कहवा परोसते हुए दिख जाएंगे. यहां की बर्फ बारी को सहन करने के लिए इससे अच्छी चाय और कोई नहीं हो सकती.इस चाय में दूध का प्रयोग नहीं किया जाता. इसका स्वाद आपको पानी जैसा लगेगा, लेकिन फिर भी ये गर्मा गर्म चाय यहां की अच्छी चाय मानी जाती है.

कहवा चाय का स्वाद: सूखे मेवे जैसे चेरी, पिस्ता, काजू और बादाम, सूखे स्नैक्स.

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4.तमिलनाडु से मीटर चाय

तमिलनाडु कॉफी शहर है, जहां की लोकप्रिय चाय भी कॉफी स्टाइल में बनाई जाती है. इस चाय को बनाने के लिए कई सामग्रियों का प्रयोग किया जाता हैं. सामग्री को बारीकी से मिलाने के कारण इस चाय को यहां मीटर चाय बोला जाता है.

मीटर चाय का स्वाद: बटर कुकीज, पारले-जी बिस्कुट, भरवां परांठे.

इस चाय को बनाने के लिए कई सामग्रियों का प्रयोग किया जाता हैं. 

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5.हैदराबाद की ईरानी चाय

हैदराबाद की ईरानी चाय को पीने मजा बिस्किट के साथ आता हैं. हैदराबाद की शानदार ईरानी चाय एक फारसी प्रभावित चाय है, जिसका स्वाद बेहद अनोखा होता है. हैदराबाद अपनी विशेष ईरानी चाय के साथ स्वादिष्ट केसर चाय परोसने के लिए भी फेमस है.

ईरानी चाय का आनंद लें: आपका कोई भी पसंदीदा नाश्ता या फिर पराठा.

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