अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya)का दिन साल के सबसे शुभ दिनों में से एक माना गया है. यह पर्व प्रत्येक वर्ष वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है. इस दिन अबूझ मुहूर्त होता है. अक्षय तृतीया पर बिना मुहूर्त निकाले भी शादी, नए काम की शुरुआत, मुंडन, गृह प्रवेश घर-गाड़ी की खरीदारी जैसे शुभ काम किए जा सकते हैं.

यह भी पढ़ें: मनोकामनाएं होंगी पूरी, बस बुद्ध पूर्णिमा के दिन करें इन 3 देवों की पूजा

जानकारी के लिए बता दें कि इसे आखा तीज के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व है.अक्षय तृतीया पर खरीदारी के लिए अबूझ मुहूर्त के साथ तीन राजयोग भी बन रहे हैं. अक्षय तृतीया के दिन लोग सोना-चांदी की खरीददारी करते है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन संपत्ति,धन और पुण्य फल अक्षय रहते हैं. इस दिन आप अपनी राशि के अनुसार वस्तुओं को खरीदकर अपने सुख एवं सौभाग्य में बढ़ोतरी कर सकते है. इस साल अक्षय तृतीया मंगलवार, 3 मई को मनाई जाएगी.

यह भी पढ़ें: Chanakya Niti: कभी किसी के सामने भूलकर भी ना करें इस एक चीज का जिक्र

अक्षय तृतीया तिथि एवं शुभ मुहूर्त

अक्षय तृतीया तिथि आरंभ- 3 मई सुबह 5 बजकर 19 मिनट पर

अक्षय तृतीया तिथि समापन- 4 मई सुबह 7 बजकर 33 मिनट तक.

रोहिणी नक्षत्र- 3 मई सुबह 12 बजकर 34 मिनट से शुरू होकर 4 मई सुबह 3 बजकर 18 मिनट तक होगा.

यह भी पढ़ें: घर में नागकेसर का पौधा लगाने से होगी धन की बरसात, खुशाल रहेगा जीवन

चौघड़िया मुहूर्त

प्रात:काल के लिए मुहूर्त (चर, लाभ, अमृत)- सुबह 08 बजकर 59 मिनट से दोपहर 01 बजकर 58 मिनट तक

दोपहर के लिए मुहूर्त (शुभ)- दोपहर 03 बजकर 38 मिनट से शाम 05 बजकर 18 मिनट तक

शाम के लिए मुहूर्त (लाभ)- रात 08 बजकर 18 मिनट से रात 09 बजकर 38 मिनट तक

रात का मुहूर्त (शुभ, अमृत, चर)- रात 10 बजकर 58 मिनट से देर रात 02 बजकर 58 मिनट तक

यह भी पढ़ें: Vastu Tips: इस तरह लगाएं घर की नेम प्लेट, नाम, यश और धन में होगी बढ़ोतरी

अक्षय तृतीया का महत्व

अक्षय तृतीया के दिन सोने-चांदी के आभूषण खरीदने की भी परंपरा है. इस दिन अक्षय तृतीया के दिन शुभ कार्य संपन्न किए जाते हैं.

अक्षय तृतीया के दिन शुभ कार्य संपन्न किए जाते हैं.

ऐसा कहा जाता है कि अक्षय तृतीया के दिन शुभ कार्य,स्नान,तपस्या ,पूजा,दान-पुण्य करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है. इसके अलावा इस दिन पितृ श्राद्ध करने का भी विधान माना गया है. अक्षय तृतीया के दिन दूध, चना, गेहूं से बनी चीजों को दान कर ब्राह्मणों को भोज कराने क भी परंपरा है.

यह भी पढ़ें: वास्तु दोष चुटकियों में हो जाएंगे दूर, बस फॉलो करें कपूर के ये उपाय

अक्षय तृतीया पर तीन राजयोग

अक्षय तृतीया के दिन सुखों को प्रदान करने वाला शुक्र अपनी उच्च की राशि मीन में रहकर मालव्य राजयोग का निर्माण करेंगे. तो वहीं शनि के अपने घर में होने से शश राजयोग बनेगा और गुरु के मीन राशि में होने से हंस राजयोग बनेगा. तृतीया इस तरह की स्थिति बहुत अधिक शुभ मानी जा रही है. तो ऐसे में आप अबूझ मुहूर्त में किसी भी समय मांगलिक कार्य कर सकते हैं. घर, दुकान, जमीन, वाहन, सोना और चांदी की खरीदारी कर सकते हैं.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

यह भी पढ़ें: Chanakya Niti: सफलता पाने के लिए हमेशा याद रखें ये 5 बात, नहीं मिलेगी हार