देशभर में आजादी के 75वें साल को मनाने की तैयारी चल रही है. हर घर तिरंगा अभियान (Har Ghar Tiranga Abhiyan) का भी आयोजन किया जा रहा है. ऐसे में झारखंड के बोकारो जिले (Bokaro, Jharkhand) के एक सामाजिक
कार्यकर्ता तीन किलोमीटर लंबा तिरंगा बना रहे हैं, जो अपने आप में एक विश्व रिकॉर्ड बन जाएगा. तिरंगा बनाने का काम चल रहा है.
इस झंडे को बनाने में करीब 3500 मीटर कपड़े का
इस्तेमाल किया जा रहा है. इसे 4 कारीगरों द्वारा
दिन-रात बनाया जा रहा है और दो कारीगरों द्वारा इसमें छपाई का काम किया जा रहा है.
यह झंडा 13 अगस्त तक बनकर तैयार हो जाएगा.

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14 अगस्त को निकाली जाएगी तिरंगा
यात्रा

फिलहाल इस तिरंगे को बनाने का काम
जोरों पर चल रहा है. तिरंगा तैयार होने के बाद तिरंगा यात्रा भी निकाली जाएगी. एक
बार बन जाने के बाद यह तिरंगा गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल हो जाएगा और 14
अगस्त को इस तिरंगे के साथ तिरंगा यात्रा भी निकाली
जाएगी. यात्रा को जोधाडीह मोड़ से धर्मशाला मोड़ और नया मोड़ से बोकारो के महावीर
चौक तक ले जाया जाएगा, जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोग इस
तिरंगे यात्रा में शामिल होंगे. यह यात्रा बोकारो स्टील प्लांट के डीएम बिल्डिंग
से सेक्टर 9 में समाप्त होगी.

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आकर्षण का केंद्र तिरंगा 

बोकारो के चास प्रखंड के पिंडराजोरा
में एक दुकान में यह तिरंगा बनाया जा रहा है. साढ़े तीन किलोमीटर का यह तिरंगा
लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. जहां महिलाओं की कारीगरी विशेष रूप से इस
काम में लगी हुई है और उनके सहयोग से तिरंगा सिलने का काम चल रहा है.  आपको बता दें कि इससे पहले  मिस्र में 2500 मीटर लंबा राष्ट्रीय ध्वज बनाया गया था. अब बोकारो में 3500 मीटर का राष्ट्रीय ध्वज बनाया जा रहा है जो एक नया कीर्तिमान
स्थापित करेगा. वहीं तिरंगा तैयार करने वाले संजय सिंह ने भी 14 अगस्त को होने वाली इस भव्य तिरंगा यात्रा में अधिक से अधिक
लोगों से भाग लेने की अपील की है.