लोकसभा का मॉनसून सत्र अब खत्म हो गया है इसकी कार्यवाही अनिश्चित काल तक के लिए स्थगित कर दी गई है. वहीं, इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने एक बैठक बुलाई, इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत कई सांसदों ने हिस्सा लिया.

ये मुलाकात लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के कक्ष में हुई. सोनिया गांधी और कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी भी स्पीकर बिरला से मिलने पहुंचे. इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस, अकाली दल, वाईएसआरसीपी, बीजू जनता दल समेत कई विपक्षी दलों के नेता भी पहुंचे स्पीकर बिरला से मिलने पहुंचे.

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वहीं, इस बैठक में लोकसभा अध्यक्ष ने सभी दलों के नेताओं से आग्रह किया कि भविष्य में सदन में चर्चा और संवाद को प्रोत्साहित करें. उन्होंने कहा कि चर्चा और संवाद से ही जनता का कल्याण होगा.

इससे पहले ओम बिरला ने बुधवार को सुबह कार्यवाही शुरू होने पर बताया कि 17वीं लोकसभा की छठी बैठक 19 जुलाई 2021 को शुरू हुई और इस दौरान 17 बैठकों में 21 घंटे 14 मिनट कामकाज हुआ.

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उन्होंने कहा, ‘‘सदन में कामकाज अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहा.’’ उन्होंने बताया कि व्यवधान के कारण 96 घंटे में करीब 74 घंटे कामकाज नहीं हो सका.

उन्होंने बताया कि सत्र के दौरान संविधान (127वां संशोधन) विधेयक सहित कुल 20 विधेयक पारित किये गए. चार नये सदस्यों ने शपथ ली. उन्होंने बताया कि मॉनसून सत्र के दौरान 66 तारांकित प्रश्नों के मौखिक उत्तर दिये गए और सदस्यों ने नियम 377 के तहत 331 मामले उठाये.

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वहीं, राज्यसभा में भी मॉनसून सत्र में खूब हंगामा हुआ. इस बीच राज्यसभा के सभापति व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने सदन में कुछ विपक्षी सांसदों के मेज पर चढ़ने पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए बुधवार को कहा कि वह “लोकतंत्र के मंदिर” में बेअदबी के कारण सो नहीं पाए. नायडू ने मंगलवार की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें ‘अगस्त सदन’ में उकसावे या निचले स्तर का कारण खोजने के लिए संघर्ष करना पड़ा.

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