इंद्र मेघवाल (Indra Meghwal) तीसरी कक्षा में पढ़ने वाला एक बच्चा था. इंद्र की उम्र महज 9 वर्ष थी. वह अपने परिवार के साथ राजस्थान (Rajasthan) के पश्चिमी इलाके में स्थित जोधपुर संभाग के जालोर जिले में रहता था. इंद्र के गांव का नाम सुराणा है. इंद्र सुराणा गांव के एक निजी स्कूल सरस्वती विद्या मंदिर में तीसरी कक्षा में पढ़ता था. बता दें कि इंद्र मेघवाल के पिता का नाम देवाराम है.

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जानिए क्या था मामला

पुलिस के मुताबिक मामला सायला थाना इलाके के सुराणा गांव से जुड़ा हुआ है. घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अग्रवाल और पुलिस उपाधीक्षक हिम्मत सिंह मौके पर पहुंचे. उन्होंने घटना की जानकारी प्राप्त की. पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच पुलिस उपाधीक्षक हिम्मत सिंह को सौंपी है. वहीं, मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने भी इसकी जांच के लिए कमेटी गठित की है. उनके आदेश में कहा गया है कि सरस्वती विद्या मंदिर सुराणा में एक बच्चे की पिटाई का मामला सामने आया है. इसकी जांच पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार दवे और प्रतापराम को सौंपी है.

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परिजनों ने आरोप लगाया है कि बीते 20 जुलाई 2022 को बच्चे ने स्कूल में रखी पानी की मटकी को छू लिया था. इस पर स्कूल में तैनात टीचर छैल सिंह ने उसकी खूब पिटाई की. मारपीट में बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया था. बच्चे के पिता देवाराम के मुताबिक, पिटाई के बाद बच्चे की तबीयत खराब होने लगी थी तो उसे जालोर जिला अस्पताल में ले जाया गया था.

वहां बच्चे की हालत को देखते हुए उसी दिन डॉक्टर ने उसे उदयपुर रेफर कर दिया था, लेकिन उदयपुर में भी बच्चे की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ. इसके बाद बच्चे को इलाज के लिए अहमदाबाद लेकर गए थे. वहां इलाज चला और शनिवार को दोपहर में इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई.

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न्यूज 18 हिंदी की रिपोर्ट के अनुसार, प्रारंभिक जांच में पता चला है कि पिटाई के दौरान बच्चे की कान की नस फट गई थी. बच्चे के पिता ने आरोप लगाया है कि थप्पड़ मारने के बाद उसके बेटे की हालत गंभीर हो गई थी. बता दें कि बच्चे की मौत के बाद शनिवार शाम शिक्षक छैल सिंह को सायला पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. पुलिस और शिक्षा विभाग दोनों ही इस केस की जांच में जुटे हुए हैं.