गूगल ने एक डूडल के साथ खोजकर्ता एंजेलो मोरियोनडो (Angelo Moriondo) की 171वीं जयंती मनाई. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मोरियोनडो को एस्प्रेसो मशीनों (Espresso Machines) का गॉडफादर माना जाता है. गूगल ने आज यानि 6 जून को डूडल बनाकर एस्प्रेसो मशीन के आविष्कारक एंजेलो मोरियोनडो की 171वीं पर उनको याद किया है. सबसे पहले मोरियोडो को वर्ष 1884 में ज्ञात एस्प्रेसो मशीन का पेटेंट कराने का श्रेय दिया गया था.

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गूगल डूडल में क्या दिख रहा?

गूगल ने एंजेलो मोरियोनडो की 171वीं जयंती के मौके पर पहली एक्सप्रेसो मशीन की GIF बनाई है, जिसे ओलिविया व्हेन ने बनाया था. इसे कॉफी से रंगा गया था.

कौन थे एंजेलो मोरियोनडो? 

बता दें कि एंजेलो मोरियोनडो का जन्म 6 जून, 1851 को इटली के ट्यूरिन में उद्यमियों के एक परिवार में हुआ था. मोरियोनडो के दादा ने एक शराब प्रोडक्शन कंपनी की स्थापना की.

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आजतक के लेख के अनुसार, इस कंपनी को मोरियोनडो के पिता ने संभाला. इसके बाद एंजेलो मोरियोनडो ने अपनी भाई और चचेरे भाई के साथ मिलकर लोकप्रिय चॉकलेट कंपनी, ‘मोरियोन्डो और गैरीग्लियो’ का निर्माण किया. अपनी फैमिली की राह पर चलते हुए मोरियोनडो ने दो प्रतिष्ठान खरीदे. पहला शहर के केंद्र पियाज़ा कार्लो फेलिस में ग्रैंड-होटल लिगुर और दूसरा, गैलेरिया नाज़ियोनेल में अमेरिकन बार वाया रोमा.

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किस लिए किया मशीन का अविष्कार?

इटली में कॉफी की लोकप्रियता के मद्देनजर मोरियोनडो ने इस बात को सोचा की एक बार में कई कप कॉफी बनाने से वह अधिक कॉफी सर्व कर सकेंगे, जिससे उन्हें अपने प्रतिस्पर्धियों पर बढ़त प्राप्त होगी.

कैसी थी मशीन?

एंजेलो मोरियोनडो की मशीन में कॉफी बनाने के लिए उबलते पानी और भाप का प्रयोग किया. उनकी एस्प्रेसो मशीन में एक बड़ा बॉयलर था गर्म पानी को कॉफी बेड की ओर से फोर्स से भेजता था. तो वहीं, दूसरा बॉयलर भाप उत्पन्न करता था, जिसकी वजह से कॉफी बनने में सहायता मिलती थी.

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