अहमदभाई मोहम्मदभाई पटेल (21 अगस्त 1949 – 25 नवंबर 2020) एक भारतीय राजनेता थे और कांग्रेस पार्टी से लोकसभा और राज्यसभा दोनों के सदस्य रहे थे. वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव थे.

अहमद पटेल दोनों सदनों को मिलाकर आठ बार संसद पहुंचे और गुजरात का प्रतिनिधित्व किया. वह लोकसभा के लिए तीन बार (1977-1989) चुने गए. वहीं पांच बार (1993–2020) राज्यसभा के सदस्य रहे. वह अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (2018–2020) के कोषाध्यक्ष भी थे.

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अहमद पटेल का जन्म 21 अगस्त 1949 को गुजरात में मोहम्मद इशाकजी पटेल और हवाबेन मोहम्मदभाई के तीसरे बच्चे के रूप में हुआ था. पटेल के माता-पिता भरूच जिले के खेती बाड़ी करने वाले परिवार से थे. उनके पिता सोशल वर्कर थे. 

अहमद पटेल ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1976 में गुजरात के भरूच जिले में स्थानीय निकाय चुनाव लड़कर की थी. उन्हें तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1977 में भरूच से छठी लोकसभा के लिए चुनाव लड़ने के लिए चुना गया था. उन्होंने उस चुनाव में तो जीत दर्ज की ही, साथ ही 1980 और 1984 में भी लोकसभा चुनाव जीता. 1985 में वह तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के संसदीय सचिव बने. 

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2005 में अहमद पटेल को उनके चौथे कार्यकाल के लिए राज्यसभा में शामिल किया गया था. हालांकि सोनिया गांधी के मुख्य रणनीतिकार माने जाने वाले अहमद पटेल ने 2004 और 2014 के बीच 14वीं और 15वीं लोकसभा में यूपीए सरकार से बाहर रहने का फैसला किया. एहसान जाफरी के बाद पटेल गुजरात में लोकसभा सांसद के रूप में चुने जाने वाले केवल दूसरे मुस्लिम हैं.

अहमद पटेल ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव के रूप में कार्य किया. उन्होंने 1985 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के संसदीय सचिव के रूप में कार्य किया था. उन्हें 2018 में पार्टी के वरिष्ठ सदस्य मोतीलाल वोरा की जगह अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष के रूप में भी नियुक्त किया गया था.

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अहमद पटेल की शादी 1976 में मेमूना अहमद पटेल से हुई थी. दंपति के एक बेटी और एक बेटा है. 25 नवंबर 2020 को COVID-19 से उत्पन्न कई समस्या के चलते उनका निधन हो गया. उन्हें मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था और COVID-19 का पता चलने पर वे ICU में थे. उनके शव को गुजरात में उनके पैतृक गांव ले जाया गया और वहीं उनको दफनाया गया.