Varuna Drone: इस बार गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली के कर्तव्य पथ पर भारत के लोगों को कुछ खास देखने को मिला. हर साल की परेड में कुछ न कुछ अलग ही देखने को मिलता है. लेकिन पहली बार ऐसा देखने को मिला कि जब परेड में एक ऐसा ड्रोन जो आदमी को लेकर उड़ान भर रहा था. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस ड्रोन का नाम है ‘वरुण’. पिछले साल 2022 में इस ड्रोन का ट्रायल पीएम मोदी ने नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में किया गया था. इस लेख में हम आपको बताएंगे ‘वरुण’ ड्रोन (Varuna Drone) को किसने बनाया है.
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वरुण ड्रोन को महाराष्ट्र की सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने किया तैयार
महाराष्ट्र की सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने वरुण ड्रोन को तैयार किया है. मिली जानकारी के मुताबिक, ड्रोन की पेलोड क्षमता 130 किलोग्राम है और यह ड्रोन एक इंसान को जहाज पर भी ले जा सकता है. वरुण ड्रोन करीब 25 किलोमीटर तक उड़ान भर सकता है. बता दें कि यह ड्रोन एक बार उड़ान भरने के बाद 25 से 33 मिनट तक हवा में रह सकता है और इमरजेंसी के समय इसका प्रयोग भारतीय नौसेना के लिए भी किया जाएगा.
इस ड्रोन की हम आपको एक खास बता दें कि ये इंसान के साथ-साथ हथियार भी उठा पाएगा. इसके अलावा इससे खाने-पीने का सामान भी भेज सकता है. इस ड्रोन का मुख्य लक्ष्य एक स्वदेशी तकनीक का निर्माण करना है, जिसका उपयोग युद्ध के मैदान में अग्रिम पंक्ति के सैनिकों की सुरक्षा और राष्ट्रीय निगरानी और सुरक्षा में सुधार के लिए किया जा सकता है.
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वरुणा पैसेंजर ड्रोन गणतंत्र दिवस पर नौसेना की झांकी में प्रदर्शित तीन स्वदेशी रूप से विकसित स्वायत्त मानव रहित प्रणालियों में से एक था. रक्षा मंत्रालय (MoD) के इनोवेशन फॉर डिफेंस एक्सीलेंस (IDEX-Sprint) चैलेंज के तहत सभी तीन स्वायत्त मानव रहित प्रणालियों को स्वदेशी रूप से विकसित किया जा रहा है.
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दुनिया की पहली महिला ऊंट सवार दस्ते
सीमा सुरक्षा बल (BSF) की देश की पहली ऊंट सवार महिला टुकड़ी 74वें गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार पुरुष ऊंट दल के साथ कर्तव्य पथ पर परेड में हिस्सा लिया. बीएसएफ की इस महिला ऊंट टुकड़ी को राजस्थान फ्रंटियर और बीकानेर सेक्टर के प्रशिक्षण केंद्र द्वारा प्रशिक्षित किया गया है. यह दुनिया का पहला महिला ऊंट सवार दस्ता है. महिला ऊंट सवार दस्ते की ड्रेस डिजाइन भी कमाल की और खास है.