प्रतिभा सिंह (Pratibha Singh) (जन्म 16 जून 1956) लोकसभा में संसद सदस्य के रूप में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (Indian National Congress) की सदस्य हैं. वह हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के मंडी निर्वाचन क्षेत्र से सांसद (Member of Parliament) हैं. प्रतिभा सिंह वीरभद्र सिंह की विधवा भी हैं, जो छह बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे थे. कांग्रेस नेता का पिछले साल निधन हो गया था और उनके विधायक बेटे विक्रमादित्य ने 12 नवंबर को शिमला ग्रामीण से चुनाव लड़ा था.

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वह हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष भी हैं. उन्होंने साल 1998 में पहली बार मंडी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा. उन्होंने 2004 के आम लोकसभा चुनाव में दूसरी बार अपनी किस्मत आजमाई. 1998 में समाधि महेश्वर सिंह द्वारा अपनी हार का बदला लेने के बाद वह पहली बार लोकसभा के लिए चुनी गईं. 2009 का लोकसभा चुनाव उनके पति, पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह ने लड़ा था.

वीरभद्र सिंह ने राज्य का मुख्यमंत्री बनने के बाद 2012 में लोकसभा से इस्तीफा दे दिया था. 2013 में जब उपचुनाव हुए तो प्रतिभा तीसरी बार मैदान में उतरीं. वह पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को लगभग 1.39 लाख वोटों से हराकर दूसरी बार सांसद चुनी गईं.

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एक साल बाद 2014 में लोकसभा चुनाव हुए. मोदी लहर में बीजेपी के रामस्वरूप शर्मा ने उन्हें 39 हजार से ज्यादा वोटों से हरा दिया. उस समय राज्य में कांग्रेस की सरकार थी. प्रतिभा सिंह की हार से हर कोई सन्न रह गया. करीब सात साल बाद 2021 में प्रतिभा सिंह फिर चुनावी मैदान में उतरीं और जीत हासिल की.

26 अप्रैल 2022 को आलाकमान ने प्रतिभा सिंह को हिमाचल प्रदेश कांग्रेस का 32वां अध्यक्ष बनाया. पार्टी आलाकमान ने मंडी उपचुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार को हराने वाले पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की पत्नी सांसद प्रतिभा सिंह की मदद से सत्ता में वापसी की योजना बनाई.

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उनके निधन के बाद आलाकमान ने उनके वैचारिक प्रतिद्वंद्वी सुखविंदर सिंह सुक्खू को राज्य विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार समिति का अध्यक्ष नियुक्त कर दोनों गुटों को प्राथमिकता दी. सुक्खू को स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य के रूप में भी चुना गया था.