नुपूर शर्मा (Nupur Sharma) ने हाल ही में पैगंबर मोहम्मद (Prophet Muhammad) को लेकर एक बयान दिया था. जिसे लेकर सुप्रीम कोर्ट ने 1 जुलाई को नुपूर शर्मा को कड़ी फटकार लगाई. सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस पारदीवाला (Justice Pardiwala) और जस्टिस सूर्यकांत (Justice Surya Kant) ने उदयपुर की घटना को लेकर नूपुर शर्मा के बयान को जिम्मेदार ठहराया और कहा की ये बेहद शर्मनाक है. उनकी टिप्पणी से देश की सुरक्षा को खतरा हो गया है.

यह भी पढेंः नूपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद के बारे में क्या कहा था?

जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस पारदीवाला ने कहा, हमने टेलीविजन डिबेट में देखा था उन्होंने अपनी टिप्पणी के बाद कहा कि वह एक वकील हैं. ये बेहद शर्मनाक हैं. उन्हें पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए. आज जो देश में हो रहा है उसकी जिम्मेदार मात्र नुपूर शर्मा हैं.

यह भी पढ़ेंः Nupur Sharma के समर्थन में बेटे का पोस्ट पिता को पड़ा भारी, दिनदहाड़े हुई हत्या

आपको बता दें, नूपुर शर्मा की तरफ से देश के अलग-अलग हिस्सों में दर्ज केसों को दिल्ली ट्रांसफर करने के लिए अर्जी लगाई गई थी. इसी अर्जी की सुनवाई के समय सुप्रीम कोर्ट (SupremeCourt) के जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस सूर्यकांत की बेंच ने नुपूर शर्मा को फटकार लगाई.

यह भी पढ़ेंः कौन हैं जस्टिस जेबी पारदीवाला?

कौन है जस्टिस सूर्यकांत

जस्टिस सूर्यकांत का जन्म 10 फरवरी 1962 में हरियाणा के हिसार में हुआ था. उनका परिवार एक किसान है और खेती के कामों से जुड़ा है. सूर्यकांत ने अपनी पढ़ाई हिसार से की और 1984 में महर्षि यूनिवर्सिटी रोहतक से कानून की डिग्री हासिल की. उन्होंने पहले हिसार जिला कोर्ट में वकालत शुरू की. और बाद में साल 2000 में वह हरियाणा के महाधिवक्ता बने.

इसके बाद 2004 में उन्हें पंजाब और हरियाणा कोर्ट का न्यायाधीश बनाया गया. सुप्रीम कोर्ट से जस्टिस सूर्यकांत हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस रह चुके हैं. वह साल 2018 में हिमाचल प्रदेश के चीफ जस्टिस बनाए गए थे.