लंबे समय से चर्चा का केंद्र बने नोएडा के
ट्विन टावर को 28 अगस्त 2022 को जमीदोज़ करनी की तारीख मुकम्मल हुई . ऐसे में पूरे
देश के लोगों में एक अजब सी उत्सुकता बनी रही कि इन लंबे-लंबे गगनचुंबी टावर्स को
आखिर जमीदोज़ किया कैसे जाएगा?
सभी के मन में बहुत सारे सवाल, हर किसी के अंदर बहुत कुछ जानने की चाहत, लेकिन
जवाब भला मिलें तो मिलें कैसे?
तो चलिए हम आपको इससे संबंधित बहुत अहम जानकारी देने वाले हैं. आपको बता दें कि
नोएडा में भ्रष्टाचार की नींव पर खड़े इन टावर्स को घुटने पर लाने का काम एक बहुत
काबिल शख्स को दिया गया, उस शख्सियत का नाम है चेतन दत्ता. तो चलिए आपको बताते हैं
इनसे जुड़ी कुछ अहम जानकारियां.

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हरियाणा से संबंध रखते हैं भारतीय ब्लास्टर
चेतन दत्ता

हरियाणा राज्य से संबंध रखने वाले ब्लास्टर
चेतन दत्ता की गिनती बहुत ही काबिल व्यक्तियों में की जाती है. आपको बता दें कि
चेतन दत्ता ने इन 40 मंजिला ट्विन टावर्स को गिराने के लए सिर्फ 9 सेंकंड की टाइमिंग
में पूरी योजना प्लान की. सिर्फ 9 सेकंड और बड़े-बड़े टावर्स का नामोनिशान खत्म. बता
दें कि चेतन दत्ता Edifice कंपनी
के भारतीय ब्लास्टर हैं और वह मूल रूप से हरियाणा के हिसार के रहने वाले हैं. डीएनए
हिंदी की मानें, तो एक मीडिया वेबसाइट से बातचीत में उन्होंने कहा कि यह डेमोलेशन
एक सरल प्रक्रिया है और आशा है कि सब कुछ योजना के मुताबिक ही हो.

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भगवान से कर रहे थे इस अहम जिम्मेदारी की मांग

डीएनए हिंदी की मानें, तो चेतन दत्ता को यह
प्रोजेक्ट मिलना उनके लिए किसी सपने के सच होने जैसा है. कोर्ट से इन ट्विन टावर्स
को गिराए जाने के फैसले के बाद से ही चेतन दत्ता लगातार ऊपर वाले से यह प्रार्थना
कर रहे थे कि इन ट्विन टावर्स को जमींदोज़ करने के लिए ब्लास्ट बटन दबाने का मौका
उन्हें ही मिले और इसी क्रम में ऊपर वाले ने उनकी सुन ली और यह अहम जिम्मेदारी उन्हें
दी गयी.