भारत की आजादी के बाद से कांग्रेस (Congress) देश में अकेली सबसे बड़ी पार्टी थी. एक समय ऐसा भी रहा जब इस पार्टी को टक्कर देने वाला कोई नहीं था. हालांकि वर्तमान समय में कांग्रेस के हालात कुछ अच्छे नहीं है. कई दिग्गज नेता पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (BJP) में जा रहे हैं. आपको मालूम हो कि कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव भी नजदीक आ रहा है जो काफी सुर्खियों में बना हुआ है. इस लेख में हम आपको बताएंगे की आजादी के बाद से लेकर अब तक कौन-कौन कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष बना, आपको पूरी लिस्ट दिखाएंगे.

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आपको जानकर हैरानी होगी कि साल 1947 से अब तक कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर 75 सालों में 41 साल कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में नेहरू-गांधी परिवार के सदस्य ही रहे. कांग्रेस में नेहरू-गांधी परिवार के कुल 5 अध्यक्ष बने. वहीं, 13 ऐसे अध्यक्ष थे जो नेहरू-गांधी परिवार के बाहर के थे.

1947 के बाद से ये रहे कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष-

1. जेबी कृपलानी- 1947

जेबी कृपलानी उस समय कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष थे जब भारत अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुआ था. कृपलानी देश की आजादी के लिए कई आंदोलनों में पार्टी के मामलों में शामिल रहे थे.

2. पट्टाभि सीतारमैया (1948-49)

भोगराजू पट्टाभि सीतारमैया आंध्र प्रदेश में एक भारतीय स्वतंत्रता कार्यकर्ता और राजनीतिक नेता थे. सीतारमैया मध्य प्रदेश के पहले राज्यपाल भी थे. तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के समर्थन से सीतारमैया ने 1948 में कांग्रेस के अध्यक्ष पद का चुनाव जीता था.

3. पुरुषोत्तम दास टंडन- 1950

पुरुषोत्तम दास टंडन ने साल 1950 में कृपलानी के खिलाफ कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव जीता था. हालांकि बाद में पंडित नेहरू के साथ मतभेदों के चलते उन्होंने ये पद छोड़ दिया.

4. जवाहरलाल नेहरू (1951-1954)

पंडित जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी ने एक के बाद एक राज्य विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव जीते. साल 1952 में भारत के पहले आम चुनाव में कांग्रेस ने 489 सीटों में से 364 सीटे जीतकर भारी बहुमत से सरकार बनाई.

5. यू एन धेबर (1955-59)

1948 से 1954 तक सौराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में सेवा करने वाले यू एन धेबर साल 1955 से 59 तक कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष रहे. उनका कार्यकाल 4 वर्षों का रहा.

6. इंदिरा गांधी (1959, 1966-67, 1978-84)

भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने लगातार तीन बार कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभाला. साल 1960 में इंदिरा की जगह पर नीलम संजीव रेड्डी कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे. फिर 1966 में कामराज के समर्थन से इंदिरा ने मोरारजी देसाई को हराया और वह एक साल के लिए फिर से कांग्रेस की अध्यक्ष बनीं.

इंदिरा गांधी के दूसरे कार्यकाल के दौरान कांग्रेस ने दो गुटों में विभाजन देखा. आपातकाल के बाद 1977 के राष्ट्रीय चुनाव हारने के बाद उन्होंने पार्टी अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला और 1985 में अपनी मृत्यु तक वह इस पद पर बनी रही.

7. नीलम संजीव रेड्डी (1960-1963)

भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में पहले कार्यकाल के बाद नीलम संजीव रेड्डी ने 3 साल के लिए कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में काम किया.

8. के कामराज (1964-1967)

के कामराज को किंग मेकर के रूप में भी जाना जाता था. कामराज ही इंदिरा गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में उदय का कारण थे.

9. एस निजलिंगप्पा (1968-1969)

कांग्रेस पार्टी में विभाजन से पहले निजलिंगप्पा कांग्रेस पार्टी के आखिरी अध्यक्ष थे. फिर बाद में वह सिंडिकेट नेताओं में शामिल हो गए थे.

10. जगजीवन राम (1970-1971)

एक साल कांग्रेस का अध्यक्ष पद संभालने के बाद जगजीवन राम साल 1977 में कांग्रेस जनता पार्टी में शामिल हो गए थे. बता दें कि वह 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान भारत के रक्षा मंत्री थे.

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11. शंकर दयाल शर्मा (1972-1974)

शंकर दयाल शर्मा 1972 में कोलकाता में एआईसीसी सत्र के दौरान कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के रूप में चुने गए थे. उन्होंने साल 1992 से 1997 तक भारत के राष्ट्रपति के रूप में भी कार्य किया था.

12. देवकांत बरुआ (1975-1977)

देश में आपातकाल के दौरान देवकांत बरुआ कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष बने थे. वह पार्टी की कमान संभालने वाले असम के पहले और एकमात्र नेता बने थे.

13. राजीव गांधी (1985-1991)

पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद राजीव गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष बन गए और 1991 में उनकी हत्या होने तक वह इस पद पर बने रहे. उन्होंने साल 1984 के लोकसभा चुनावों में पार्टी को ऐतिहासिक जनादेश दिलाया और वह भारत के छठे प्रधानमंत्री भी बने.

14. पी वी नरसिम्हा राव (1992-1996)

साल 1991 में राजनीति से संन्यास की घोषणा करने के बाद पी वी नरसिम्हा राव ने राजीव गांधी की हत्या के बाद वापसी की. बता दें कि वह गैर हिंदी भाषी क्षेत्र के पहले प्रधानमंत्री बने थे.

15. सीताराम केसरी (1996-1998)

साल 1996 में सीताराम केसरी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष बने थे. उनके अध्यक्षीय कार्यकाल के दौरान कांग्रेस पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी का दामन छोड़ दिया था.

16. सोनिया गांधी (1998-2017 और 2019-वर्तमान)

सोनिया गांधी ने साल 1998 में कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला और वह लंबे समय तक इस पद पर बनी रहीं. उनकी अध्यक्षता समाप्त होने के बाद साल 2017 में राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए. फिलहाल सोनिया गांधी अंतरिम अध्यक्ष के रूप में काम कर रही हैं.

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17. राहुल गांधी (2017-2019)

राहुल गांधी को 11 दिसंबर 2017 को सर्वसम्मति से पार्टी अध्यक्ष चुना गया था. उन्होंने 2018 के विधानसभा चुनावों में कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में पार्टी को जीत दिलाई थी. हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को बुरी हार का सामना करना पड़ा और फिर राहुल ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था.