पत्रकार विनोद दुआ का निधन हो गया. वे काफी समय से बीमार चल रहे थे. उनके निधन की जानकारी उनकी बेटी मल्लिका दुआ ने दी. मिल्लिका ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, हमारे निडर और असाधारण पिता, विनोद दुआ का निधन हो गया है. उन्होंने एक अद्वितीय जीवन जिया. बता दें कि कुछ दिन पहले ही विनोद दुआ की मौत की अफवाह उड़ी थी, तब उनकी बेटी ने इनका खंडन किया था. विनोद दुआ के निधन से पत्रकारिता जगत से लेकर देश के बड़ी हस्तियां भी हैरान है और उन्हें श्रद्धांजलि दे रहा है.

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कुछ दिन पहले ही विनोद दुआ को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनकी बेटी ने इसके बारे में जानकारी दी थी. उन्हें इस साल कोरोना भी हुआ था. उनकी हालत गंभीर बताई जा रही थी. लेकिन चिकित्सकों का कहना था कि सुधार भी दिख रहा है. शनिवार शाम अचानक उनके निधन की खबर ने सभी को स्तब्ध करके रख दिया. बेटी ने अपनी पोस्ट में इसकी पुष्टि की.

इस बीच विनोद दुआ का एक वीडियो शेयर किया जा रहा है. इस वीडियो को उनका आखिरी वीडियो बताया जा रहा है. वीडियो में दुआ कहते दिख रहे हैं कि जब से प्रधान सेवक (पीएम मोदी) को बांग्लादेश में कहते सुना कि उनका भी वहां की आजादी की लड़ाई में योगदान था. बकौल दुआ- वह सोच रहे थे कि इस हालत में तो प्रधान सेवक को बख्श दो. ठीक होकर उनके बारे में बात कर लेना. वह इसमें कहते हैं कि 22 दिन से लगातार उन्हें हल्का बुखार है. इसी वजह से वो विनोद दुआ शो नहीं कर पा रहे. एक बार ठीक हो जाएं फिर प्रधान सेवक से अपने रिश्ते के बारे में खुलकर बात करेंगे. तब तक उन्हें दुआएं दें.

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विनोद दुआ टीवी पत्रकारिता की पहली पीढ़ी के ऐंकर थे. उन्होंने उस दौर में ऐंकरिंग शुरू की थी, जब लाइव कवरेज न के बराबर होता था. उन्होंने अपनी शुरुआत दूरदर्शन से किया था. इसके बाद वो कई चैनलों के साथ जुड़े. सहजता और सवाल करने क्षमता उन्हें दूसरों से अलग बनाता था. वो मंत्रियों के मुंह पर आलोचना करने की साहस रखते थे. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी फेसबुक पोस्ट के जरिए पत्रकार विनोद दुआ के निधन पर श्रद्धांजलि दी और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की.

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