महाराष्ट्र में सियासी संकट (Maharashtra Political Crisis) के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 22 जून की शाम को फेसबुक के जरिए लोगों को और शिवसैनिकों को संबोधित किया. उद्धव ठाकरे ने इस संबोधन में अपनी मन की बात कही है. उन्होंने साफ किया कि, उन्हें सीएम कुर्सी और पार्टी प्रमुख का पद नहीं चाहिए. अगर उनके विधायक उनसे कुर्सी छोड़ने को कहते हैं तो वह इस पर कोई सवाल नहीं करेंगे और अपना इस्तीफा सौंप देंगे. उन्होंने कहा कि वह बाला साहब ठाकरे को किया हुआ वादा पूरा कर रहे हैं और हिदुत्व ही उनकी जान है. फेसबुक लाइव में उन्होंने क्या कहा आपको 10 प्वाइंट में समझते हैं.

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1. उद्धव ठाकरे ने कहा हम कांग्रेस और एनसीपी के खिलाफ काफी समय से थे. लेकिन शरद पवार ने मुझसे बोला की तुमसे बात करनी है और उन्होंने कहा कि तुम्हारे कंधों पर जिम्मेदारी देनी है. मुझे इस कुर्सी का कोई लोभ नहीं था.

2. अगर एनसीपी और कांग्रेस मुझे इस्तीफा देने के लिए कहती है तो मैं तैयार हूं.

3. बीजेपी मुझे लगातार बुरा भला कह रही है. वह यहां तक कह रहे हैं कि मैं सीएम कहलाने के लायक नहीं हूं.

4. मुझे खुशी होगी की कोई शिवसेना का मुख्यमंत्री बने. मुझे मुख्यमंत्री पद छोड़ने में कोई परेशानी नहीं है.

5. अगर मुझे सीएम पद पर नहीं देखना चाहते तो मुझे विधायकों को खुद कहना चाहिए. वह मेरे सामने आएं और मुझसे कहें.

6. मुझे संख्या से मतलब नहीं है मैं आपके साथ आने को तैयार हूं. मेरी कोई मजबूरी नहीं है. मैं किसी पर निर्भर नहीं हूं.

7. एकनाथ शिंदे की ओर इशारा कर उद्धव ने कहा कुल्हाड़ी भई लकड़ी की होती है लेकिन उससे पेड़ काटा जाता है.

8. किसी को दिक्कत है तो सूरत और गुवाहाटी जाने की जरूरत नहीं है. सामने आएं और मुझसे इस्तीफा मांग लें.

9. मुझसे फोन पर बात करें. मैं कोई नाटक नहीं कर रहा हूं.

10. शिवसेना बाला साहब ठाकरे के विचारों पर चलती है. शिवसेना हिंदुत्व पर कोई समझौता नहीं करती है.

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उद्धव ठाकरे ने अपने संबोधन में अपने तरफ से सारे पक्ष को रखा है. वह नाराज विधायकों से बात करने को कह रहे हैं और कह रहे हैं कि अगर इस्तीफा चाहिए तो उन्हें ये करने में कोई हिचकिचाहट नहीं होगी और वह कोई सवाल भी नहीं पूछेंगे.