नरेंद्र मोदी की सरकार में एक नए मंत्रालय ‘सहकारिता मंत्रालय’ (Ministry of Co-Operation) का गठन किया गया है. ऐसा कहा गया है कि मोदी सरकार ने ‘सहकार से समृद्धि’ के सपने को साकार करने के लिए इस मंत्रालय का गठन किया गाय है. इससे मंत्रालय से देश के सहकारिता आंदोलन को मजबूत करने के लिए अलग प्रशासनिक, कानूनी और नीतिगत ढ़ांचा प्रदान करेगा.

नए सहकारिता मंत्रालय का प्रभार गृह मंत्री अमित शाह को सौंपा गया है. यानी वह इस मंत्रालय की निगरानी करेंगे.

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सहकारिता मंत्रालय क्या है?

सरकार की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि ‘सहकार से समृद्धि’ को साकार करने के लिए, ‘सहकारिता मंत्रालय’ का गठन किया गया है. ये नया मंत्रालय देश में सहकारिता आंदोलन को मजबूत करने के लिए एक अलग प्रशासनिक, कानूनी और नीतिगत ढांचा तैयार करेगा. सहकारी आंदोलन को मजबूत बनाएगा. सहकारी समितियों को ‘कारोबार में सुगमता’ हो, इसके लिए प्रक्रियाओं को आसान बनाया जाएगा.

क्या होता है सहकारिता?

सहकारिता यानी ‘सह कार्य’ यानी साथ मिलकर काम करना. बहुत सारे नागरिक जब साथ मिलकर कोई संगठन बनाकर उसके तहत काम, व्यापार आदि करते हैं तो इस प्रक्रिया को को-ऑपरेशन यानी सहकारिता कहा जाता है. भारत में सहकारिता आंदोलन की शुरुआल 1904 में हुई. तब एक अंग्रेज अधिकारी फेड्रिक निकल्सन ने पहली सहकारी ऋण समिति की स्थापना की थी.

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