कई बार लोग चीता (Cheetah), तेंदुआ (Leopard), बाघ (Tiger) और जैगुआर (Jaguar) को पहचानने में भूल कर देते हैं या यूं कहें कि वो कंफ्यूज हो जाते हैं. दरअसल चीते जैसी दिखने वाली दुनिया भर में आठ प्रजातियां हैं. इन सभी (species) को बिल्लियों (cats) की श्रेणी में रखा गया है.

आज हम आपको बाघ, चीते, तेंदुआ और जैगुआर मे अंतर बताएंगे ताकी आप लोग इन सबको पहचानने में भूल न करें. चीते और तेंदुए में भूल न हो इसके लिए याद रखें कि चीते के शरीर पर गोल धब्बे होते हैं, जबकि तेंदुए के शरीर पर रोसेट-शैली के निशान होते हैं. चीते के शरीर पर गोल गोल काले धब्बे होते हैं, जबकि तेंदुए के शरीर पर फूल जैसे धब्बे होते हैं. तेंदुआ, चीते के मुकाबले ज्यादा बड़ा और अधिक मस्कुलर होता है. अगर बात चीता और बाघ की करें तो चीते सबसे तेज दौड़ने वाले जीव हैं और उसकी तुलना में बाघ कम फुर्तीला होता है. बाघ के शरीर पर धारियां होती हैं. इसके विपरीत चीते के शरीर पर गोल काले
धब्बे होते हैं. बाघ बिल्ली की सभी प्रजातियों में सबसे भारी भरकम होता है, शेर से भी ज्यादा. नीचे बाघ की तस्वीर दी गई है. 

भारत में पाया जाने वाला रॉयल बंगाल टाइगर. 

यह भी पढ़ें: PM मोदी ने नामीबिया से लाए गए चीतों को कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा, PICS-VIDEO देखें

जब भी चीता और जैगुआर की बात आती है तो सबसे ज्‍यादा कंफ्यूजन होता है क्‍योंकि दोनों के शरीर पर एक ही जैसे स्‍पॉट नजर आते हैं. वो भी गोलाकार. इन दोनों के बीच सबसे बड़ा अंतर होता है, चेहरे का. चीता बिग कैट फैमिली का एकमात्र ऐसा सदस्‍य है जिसके चेहरे पर आंखों के निचले हिस्‍से से लेकर मुंह तक काले रंग का निशाना नजर आता है. जैसा की नीचे तस्वीर में आप देख सकते हैं. 

चीता बिग कैट फैमिली का एकमात्र ऐसा सदस्‍य है जिसके चेहरे पर आंखों के निचले हिस्‍से से लेकर मुंह तक काले का रंग गोल निशाना नजर आता है.

आइए जानते हैं चीते के जैसे दिखने वाली बिल्लियां कौन-कौन सी हैं…

यह भी पढ़ें: किस देश से और कितने चीते भारत लाए गए हैं? कहां बसाए जाएंगे ये भी जानें

ओसेलॉट
(
Ocelot):  

ओसलॉट
मध्यम आकार की जंगली बिल्ली होती है.यह अपनी  पूंछ समेत 21.7 से 39.4 इंच लंबी और 8 से 16
किलोग्राम तक वजनी होती है. यह आमतौर पर दक्षिण-पश्चिम अमेरिका, मेक्सिको, मध्य
और दक्षिणी अमेरिका में पाई जाती है. इसके अलावा कैरिबियन द्वीपों जैसे त्रिनिडाड
और मार्गरीटा में भी मिलती है. ये बिल्ली पानी के पास घने जंगलों वाले या फिर जहां
बहुत ज्यादा खाना हो, वहीं रहती है. बता दें कि यह  अधिकतम 9800 फीट की ऊंचाई वाले इलाकों तक जा
सकती है. इसकी खास बात यह है कि ये तेज नहीं दौड़ती बल्कि घात लगाकर हमला करती है.

यह भी पढ़ें: MP: 70 साल बाद भारत में दिखेगा चीता, जानें कूनो राष्ट्रीय पार्क को चुनने की खास वजह

सर्वल
(
Serval):

सर्वल
अफ्रीका के सब-सहारन देशों में पाई जाने वाली जंगली बिल्ली है. जो 21 से 24 इंच
लंबी व 9 से 18 किलोग्राम तक वजनी होती है. इसकी खास बात यह है कि इसके पैर दुनिया
में किसी भी बिल्ली के शरीर की तुलना सबसे लंबे होते हैं. इसका भोजन चूहे, छिपकली, सांप, मेंढक, कीड़े
आदि होते हैं. ये 15 मिनट तक बिना हिले एक जगह बैठी रह सकती है ताकि शिकार करीब आ
सके और फिर अचानक से हमला करती है. सर्वल 4 फीट से 13 फीट ऊंचाई तक एक बार में कूद
लेती है. 

कोडकोड
(
Kodkod):

कोडकोड
अमेरिका, चिली, अर्जेंटीना में पाए जाते हैं. इसे गिना के नाम से भी जाना जाता है. कोडकोड
IUCN की रेड लिस्ट में शामिल हैं क्योंकि खाना
कम होने और जंगल कटने की वजह से ये लुप्त होते जा रहे हैं. इनकी लम्बाई 15 से 20
इंच होती है और पूंछ 8 से 9 इंच लंबी होती है. कोडकोड की  ऊंचाई करीब 9.8 इंच और वजन 2 से ढाई किलोग्राम
होता है. ये दिन और रात दोनों समय शिकार करती हैं. लेकिन इन्हें रात ज्यादा पसंद होती
है. ये अक्सर घरेलू मुर्गियों, बत्तखों
आदि को अपना भोजन बना लेती है.

यह भी पढ़ें: दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल को मिली बड़ी सौगात, शुरू होगीं ये सुविधाएं

इरबिस
(
Irbis):

 इरबिस बिल्लियों को ही स्नो लेपर्ड कहा जाता है. इनकी लंबाई अधिकतम
4.3 फीट होती है और पूंछ 3.3 फीट लंबी होती है. इरबिस की कुल लंबाई 7.6 फीट और वजन
लगभग  54 किलोग्राम होता है.  कम वजन होने की वजह से इनकी दौड़ने की गति काफी तेज होती है. इरबिस को
बर्फ में शिकार करने में थोड़ी मुश्किल होती है. स्नो लेपर्ड मध्य एशिया, अफगानिस्तान और चीन के पहाड़ों पर पर मिलते
हैं. ये अक्सर जंगली भेड़ों, बकरियों
का शिकार करते हैं.

जैगुआर (Jaguar):

जैगुआर
अमेरिका और अमेजन के जंगलों में अधिक पाए जाते हैं. इनकी अधिकतम लंबाई 6 फीट और पूंछ
तीन फीट लंबी होती है. जैगुआर का वजन लगभग 159 किलोग्राम तक  होता है. चीतों की तरह ये भी बंदरों पर भी हमला
कर देते हैं. 

यह भी पढ़ें: समुद्र में दिखा खौफनाक मंजर, शार्क ने निंगला, क्यों कहा जा रहा है 1963 के बाद बड़ा घातक हमला

लिंक्स
(
Lynx):

लिंक्स
भी जैगुआर और शेर की तरह 80 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से भागता है. इसे यूरेशियन
लिंक्स, बॉबकैट आदि नामों से भी बुलाया जाता
है. बता दें कि चीते के रिश्तेदारों में यह सबसे छोटी प्रजाति की बिल्ली है. इसकी लंबाई
4.3 फीट और वजन अधिकतम 36 किलोग्राम होता है.  इसलिए इसकी रफ्तार इतनी तेज होती है. ये हिरण, चूहे और चिड़ियों पर भी हमला करता है.

तेंदुआ (Leopards):

तेंदुए चीते से ज्यादा ताकतवर होते हैं. ये भारत और अफ्रीका में पाए जाते हैं. तेंदुए 6.2 फीट लंबे और75 किलोग्राम तक वजनी होते हैं. तेंदुओं की गति 58 KM प्रतिघंटा होती है. तेंदुए को शिकार के लिए रात ज्यादा पसंद है. क्योंकि इन्हें दिन में शेर और बाघ के हमले का डर रहता है. यह मीडियम साइज वाले जीवों का शिकार करता हैं. नीचे तस्वीर में तेंदुए के शरीर पर फूल जैसे धब्बे देखे जा सकते हैं. 

तेंदुए के शरीर पर फूल जैसे धब्बे देखे जा सकते हैं.

यह भी पढ़ें: दो मुंह वाला सांप इकट्ठे निगल गया दो चूहे, अपनी गारंटी पर ही देखें वीडियो

क्लाउडेड
लेपर्ड (
Clouded
Leopards):

क्लाउडेड
लेपर्ड आमतौर पर तेंदुओं की प्रजाति के नहीं हैं. इन्हें सिर्फ नाम दिया गया है.
3.4 फीट लंबे क्लाउडेड लेपर्ड का वजन 25 KG तक
हो सकता है. ये बंदरों और छोटे हिरणों को शिकार बनाता है.  नेपाल, चीन
से लेकर पूरे दक्षिण-पूर्व एशिया में मिलते हैं. ध्यान से देखने पर इनमें और चीतों
में अंतर समझ आ जाता है.